पटना: केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री के रहमान खान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जम कर तारीफ करते हुए सेकुलर नेता बताया. उन्होंने कहा कि हम सब मानते हैं कि वे अच्छे नेता हैं. राज्य में अल्पसंख्यकों से जुड़ी योजनाओं की सीएम के साथ गुरुवार को समीक्षा की जायेगी. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह पहले कहते थे कि अल्पसंख्यकों की लफ्ज से नफरत है. अब मजबूरी में मुसलिम कन्वेंशन में शामिल हो रहे हैं.
बुधवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय सदाकत आश्रम में संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए चलायी जा रही सभी योजनाओं की केंद्र स्वयं मॉनीटरिंग करायेगा. इसके लिए सभी राज्यों में लाइजनिंग ऑफिसर नियुक्त किये जायेंगे. बेहतर काम करनेवाले एनजीओ के माध्यम से भी मॉनीटरिंग करायी जायेगी. 11वीं पंचवर्षीय योजना में बिहार के सात जिलों में अल्पसंख्यक कल्याण के लिए एमएसडीपी योजना में 500 करोड़ की राशि दी गयी थी. अब 12वीं पंचवर्षीय योजना में राशि दोगुनी कर एक हजार करोड़ कर दी गयी है.
सात जिलों से दायरा बढ़ कर 20 जिले होंगे. शिक्षा पर अधिक जोर होगा. अल्पसंख्यकों के लिए पॉलिटेक्निक, आइटीआइ, स्कूल व स्किल डेवलपमेंट कार्यक्रम के लिए भी इस राशि को खर्च किया जा सकेगा. उन्होंने स्वीकार किया कि अल्पसंख्यकों तक सही तरीके से कार्यक्रम व योजनाएं नहीं पहुंच पा रही हैं.
सच्चर कमेटी की 66 अनुशंसाओं को स्वीकार कर लागू किया गया है, जबकि तीन को स्वीकार नहीं किया गया है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से एमएसडीपी योजना की राशि खर्च करने के लिए कहा जाये, ताकि अल्पसंख्यकों को इसका लाभ मिल सके. मौके पर मीडिया प्रभारी प्रेमचंद्र मिश्र, नजमुल हसन, सरवत जहां फातमा, कौकब कादरी वसी अख्तर, प्रवीण कुमार सिंह व डॉ विनोद शर्मा सहित कई नेता मौजूद थे.