बिहटा: रविवार को बिहटा चौक के समीप हनुमान मंदिर के परिसर मे पटना-बक्सर फोरलेन विरोधी संघर्ष मोरचा के बैनर तले किसानों की बैठक आयोजित की गयी. बैठक की अध्यक्षता किसान जयनाथ सिंह ने की.
उन्होंने कहा कि देश का विकास व जनता की सुविधा के लिए बनाये जा रहे बक्सर -पटना फोरलेन का नक्शा किसानों के हित में नहीं है, बल्कि मौकापरस्तों के निजी स्वार्थ के लिए पारित कर किसानों के शोषण के साथ-साथ सरकार को भी करोड़ों रुपये का चूना लगाने की कवायद शुरू कि जा रही है .
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा बनाये जा रहे पटना- बक्सर फोरलेन का वर्तमान एलाइमेंट जिसके द्वारा सरकार को सड़क निर्माण करना चाह रही है, उससे 350 दुकान ,400 मकान , पांच मंदिर व 20 बहुमंजिली इमारत के साथ ही करीब 10 हजार पेड़-पौधे व 20 बाउंड्रीवाल क्षतिग्रस्त होंगे . वहीं, वर्तमान एलाइमेंट से प्रभावित किसानों व केंद्र सरकार के मंत्री सहित सभी सदस्यों के साथ हुई बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया की भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा स्वतंत्र केंद्रीय एजेंसी ब्लूम कंपनी द्वारा किया गया वैकल्पिक नया एलाइमेंट सर्वे के अनुसार कार्य को प्रारंभ किया जायेगा.
किसानों का कहना था कि अगर सरकार नये एलाइमेंट के अनुसार सड़क निर्माण नहीं करायेगी, तो किसान जान दे देंगे, लेकिन अपनी जमीन व रोजगार को नहीं छीनने देंगे .
वहीं समस्त किसानों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया की 28 नवंबर को पटना स्थित एनएचआइ कार्यालय का घेराव कर संपूर्ण कार्य को ठप करेंगे . इस बैठक में प्रेम कुमार ,निर्मल कुमार ,राम पाल सिंह ,सत्यदेव सिंह ,सुरेश प्रसाद ,शिवकुमार मिलन ,देवीलाल यादव ,शैलेश सिंह ,शंकर राय, देवेंद्र वर्मा ,अनिल यादव , देवेंद्र आदि मौजूद थे.