पटना/मुजफ्फरपुर: निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने रविवार की देर रात विज्ञान एव प्रावैधिकी विभाग के निदेशक ध्रुव प्रसाद को डेढ़ लाख रुपये घूस लेते गिरफ्तार किया. श्री प्रसाद एमआइटी, मुजफ्फरपुर के प्राचार्य के प्रभार में भी हैं. वह पटना साहेब ग्रुप ऑफ कॉलेज के विकास अधिकारी चरणजीत सिंह से अपने मुजफ्फरपुर स्थित आवास पर घूस ले रहे थे.
उन्होंने चरणजीत सिंह से यह रकम आइटीआइ में शाम का शिफ्ट चलाने की अनुमति देने के लिए मांगी थी. निगरानी टीम ने इंजीनियर शशि रंजन श्रीवास्तव को भी गिरफ्तार किया है, जो ध्रुव प्रसाद के बिचौलिया के रूप में था.
रविवार की रात करीब साढ़े नौ बजे निगरानी की टीम ने एमआइटी कैंपस में धावा बोला. प्रचार्य ध्रुव प्रसाद का आवास इसी कैंपस में है. दोनों की गिरफ्तारी यहीं से हुई. रविवार को कॉलेज के विकास पदाधिकारी चरणदीप सिंह घूस की रकम देने के लिए उनके आवास पहुंचे, जहां पहले से ही निगरानी ने अपना जाल बिछा रखा था.
जैसे ही ध्रुव प्रसाद को पैसा दिया गया, वैसे ही निगरानी की टीम ने डेढ़ लाख रुपये के साथ ध्रुव प्रसाद व बिचौलिये का काम कर रहे भगवानपुर के एक निजी इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल शशिरंजन श्रीवास्तव को धर दबोचा. टीम में पटना के निगरानी एसपी धीरज कुमार, मुजफ्फरपुर के निगरानी एसपी उपेंद्र प्रसाद सिंह, पटना डीएसपी महाराज कनिष्क कुमार, मुजफ्फरपुर डीएसपी सुभाष साह, विजय प्रसाद सिंह, इंस्पेक्टर एसके तिवारी, सुशील कुमार, आरआर पांडेय, रंजन कुमार सिंह, पटना इंस्पेक्टर अमरनाथ सिंह, बैद्यनाथ प्रसाद, जयप्रकाश पाठक सहित काफी संख्या में पुलिस बल शामिल थे.
दोनों से पूछताछ की जा रही है. उन्हें पटना लाया जायेगा. फिर मुजफ्फरपुर की विशेष अदालत में पेश किया जायेगा. निगरानी की टीम ध्रुव प्रसाद के जमीन-जायदाद व बैंक खातों को भी खंगालेगी. इसके बाद तथ्यों के आधार पर आय से अधिक संपत्ति का मामला भी दर्ज किया जा सकता है.