पटना: नंद किशोर यादव, चंद्रमोहन राय, रामाधार सिंह, प्रेम कुमार, जनार्दन सिंह सीग्रीवाल. मुख्यमंत्री के जनता दरबार में दिखनेवाले ये चेहरे थे. इस सोमवार को ये चेहरे इतिहास के पन्नों में दिखे. बीते आठ सालों में इस सोमवार को यह पहला मौका था, जब जनता दरबार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार केवल जदयू कोटे के मंत्रियों के साथ लोगों की शिकायतों का निबटारा करने आये थे.
चेहरे पर नहीं थी कोई शिकन
तय समय ठीक 10 बजे जब मुख्यमंत्री दरबार हॉल में आये, तो उनके चेहरे पर कोई शिकन नहीं था. पूर्व की तरह ही वे चिर-परिचित मुस्कान के साथ निश्चिंतता के भाव से कुरसी पर बैठे और फरियादियों की शिकायतों का निबटारा करना शुरू कर दिया. रविवार की देर रात जनता दरबार होने की आधिकारिक सूचना के कारण फरियादियों की संख्या कम थी.
कम फरियादियों के कारण सुबह 10 बजे से शुरू हुआ जनता दरबार दिन के 11 बजे समाप्त हो गया. दरबार में जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, ग्रामीण कार्य मंत्री डॉ भीम सिंह, खाद्य आपूर्ति मंत्री श्याम रजक, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह, उद्योग व आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ रेणु कुमारी, ग्रामीण विकास मंत्री नीतीश मिश्र शामिल थे. मंत्रियों की उपस्थिति में मुख्यमंत्री ने खुद संबंधित विभागों की शिकायतों का अपने स्तर से निबटारा किया और आवश्यक कार्रवाई के लिए विभागीय अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये.