पटना: भारतीय जनता पार्टी ने बुधवार को अपनी कोर कमेटी की बैठक में स्पष्ट कर दिया कि वह गंठबंधन धर्म का पूरी ईमानदारी से पालन करेगी, किंतु वह अपने शीेर्ष नेताओं के खिलाफ जदयू के नेताओं की अमर्यादित टिप्पणियों को बरदाश्त नहीं करेगी. दो-तीन दिनों से एनडीए गंठबंधन को ले कर चल रही उठा-पटक को लेकर भाजपा को बुधवार को उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के आवास पर कोर कमेटी की बैठक बुलानी पड़ी.
बैठक में उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मंगल पांडेय, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ सीपी ठाकुर, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री चंद्र मोहन रॉय, पर्यटन मंत्री सुनील कुमार पिंटू और कला-संस्कृति मंत्री डॉ सुखदा पांडेय शामिल हुई. बैठक में सिर्फ पशु पालन मंत्री गिरिराज सिंह और स्वास्थ्य मंत्री अश्विनी चौबे गैर हाजिर थे. गिरिराज सिंह गुजरात में हैं, तो अश्विनी चौबे दिल्ली में.
बैठक में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह और जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिवानंद तिवारी द्वारा की गयी टिप्पणियों पर गहन चर्चा हुई. कोर कमेटी के सदस्यों ने कहा कि इस तरह की अशिष्ट टिप्पणियां पार्टी बरदाश्त नहीं करेगी. बैठक में प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय ने कहा कि भाजपा, तो बिहार में गंठबंधन को मजबूत बनाये रखना चाहती है.
भाजपा-जदयू का गंठबंधन 17 वर्ष पुराना है. गंठबंधन तोड़ना बिहार की जनता की भावनाओं पर चोट होगी. बिहार को ‘जंगल-राज’ से निजात दिलाने के लिए भाजपा ने लंबी लड़ाई लड़ी है. भाजपा गंठबंधन को और सशक्त बनाने के लिए काम करेगी, किंतु इस मोरचे पर दूसरी तरफ से भी ईमानदार पहल होनी चाहिए.