पटना:शुक्रवार की शाम तीन घंटे हुई झमाझम बारिश और उसके बाद रात भर होती रही हल्की बारिश ने शहरवासियों को 14 अगस्त को हुई बारिश याद दिला दिया. 14 व 15 अगस्त को हुई बारिश के बाद जो जलजमाव की स्थिति बनी थी, वहीं स्थिति एक दिन के तीन घंटे की बारिश ने बना दिया.
इस बारिश ने नगर निगम के दावे की पोल खोल कर रख दी है. हालांकि, शनिवार को सुबह कई इलाकों से पानी की निकासी हो गयी थी, लेकिन दर्जनों इलाकों में जलजमाव की भयावह स्थिति बनी हुई थी. इसमें सबसे अधिक भयावह समस्या राजेंद्र नगर, कदमकुआं, कंकड़बाग, गर्दनीबाग, पूर्वी-पश्चिमी राम कृष्णा नगर, विग्रहपुर, जगनपुरा, सोरंग पुर, खेमनी चक आदि इलाकों में लोगों को अपने घरों में रहना मुश्किल हो गया है. राजधानी के गर्दनीबाग का इलाका हो या फिर राजेंद्र नगर, बहादुरपुर गांव, बाजार समिति, लोहानीपुर पुर, कंकड़बाग के इंदिरा नगर, पूर्वी इंदिरा नगर, अशोक नगर, संजय नगर, विजय नगर, राम लखन पथ, बहादुरपुर हाउसिंग कॉलोनी आदि इलाकों के सैकड़ों लोगों के घरों में बारिश की पानी घुसा हुआ है.
आलम यह है कि इन घरों में रहने वाले लोगों को जीना मुश्किल हो गया है और घर छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. जनता फ्लैट, एलआइजी और एमआइजी कॉलोनियों के कई परिवार सुरक्षित जगहों पर चले गये. यही हाल भूतनाथ रोड के अमरनाथ मंदिरवाली सड़क, भूतनाथ रोड से गांधी नगर, टीवी टावर रोड, पोस्ट ऑफिस रोड समेत आनंद विहार कॉलोनी, आदर्श नगर, फार्मास्यूटिकल कॉलोनी, एचआइजी की लगभग सभी सड़कों का है. अगर जलजमाव का यही हाल रहा तो आनेवाले दिनों में लोगों के सामने पीने के पानी का संकट भी खड़ा हो सकता है.
जानलेवा बन गये हैं गड्ढे
जलजमाव से कंकड़बाग सहित राजधानी की विभिन्न सड़कों और संपर्क पथों पर बड़ी संख्या में गड्ढे बन गये हैं. लोगों को पता नहीं चल रहा है कि गड्ढे कहां हैं, कहां नहीं? यह समस्या कोई गली या मुहल्ले की सड़कों की नहीं, बल्कि राजेंद्र नगर टर्मिनल से बहादुरपुर ओवरब्रिज के शुरू होने तक है. भूतनाथ रोड में नंदलाल छपरा से हनुमान मंदिर तक एक दर्जन से अधिक छोटे-बड़े गड्ढे लोगों के लिए परेशानी का कारण बन रहे हैं. स्थानीय निवासी अरुण कुमार ने कहा कि सुबह से 11 बजे तक एक दर्जन से अधिक लोग मोटरसाइकिल समेत गिर चुक हैं. नगर निगम को कई बार फोन किया गया है, इसके बावजूद समस्या बरकरार है.
सड़क से सभागार तक पानी
कालिदास रंगालय सभागार से भारतीय नृत्य कला मंदिर, दूरदर्शन और रेडियो स्टेशन परिसर में पानी घुसा हुआ है. भारतीय नृत्य कला मंदिर के परिसर में ही नहीं, बल्कि सभागार व स्टॉफ क्वार्टर में भी बारिश की पानी घुसा हुआ है. मोइनुल हक स्टेडियम का पूरा परिसर जलमगA है. यह स्थिति तब है जब शनिवार को सुबह से लेकर शाम तक बारिश नहीं हुई. राजेंद्र नगर इलाकों में तीन से चार फिट पानी सड़कों पर जमा है. मीठापुर बस स्टैंड के पूरे परिसर में जलजमाव की समस्या बनी हुई है.
अखबार का इंतजार करते रहे लोग
उम्मीद से अधिक जलजमाव के कारण भूतनाथ रोड की आनंद विहार कॉलोनी और आदर्श नगर समेत आसपास के कई मुहल्लों में लोगों को अखबार नहीं मिल सका. लोग अखबार वेंडर का इंतजार करते रहे. आदर्श नगर में तो लगभग दस बजे कुछ वेंडरों ने हिम्मत कर अखबार पहुंचाने का काम किया.
चरणबद्ध तरीके से निकाला जा रहा पानी
नगर आयुक्त कुलदीप नारायण ने जलजमाव वाले इलाकों के संप हाउस को 24 घंटे लगातार चलाने का आदेश दिया है. इसमें योगी पुर संप हाउस, सैदपुर संप हाउस, रामपुर नगर संप हाउस, पहाड़ी संप हाउस आदि शामिल हैं. ये सभी संप हाउस बारिश शुरू होते ही शुरू हो गया, लेकिन जलजमाव की समस्या भयावह बन गयी. नगर आयुक्त कुलदीप नारायण ने शनिवार को राजेंद्र नगर, कंकड़बाग, गर्दनीबाग और पुलिस कॉलोनी का जायजा लिया. संप हाउसों पर अधिकारियों को रोस्टर के आधार पर तैनात किया गया है, ताकि कहीं से कोई कोताही नहीं बरती जाये और बारिश की पानी का निकासी हो जाये. वहीं निगम प्रशासन चरणबद्ध तरीके से पानी निकाली का प्रयास कर रहे है. निगम प्रशासन का दावा है कि राजेंद्र नगर से रविवार की सुबह तक पानी निकासी कर लिया जायेगा. वहीं कंकड़बाग और अन्य इलाकों से सोमवार तक पानी निकाली कर ली जायेगी.
पैदल चलना भी हुआ कठिन
पटना सिटी का भी हाल बुरा है. स्थिति यह है कि लोगों को पैदल चलना मुश्किल हो गया है. सबसे अधिक असर मोगलपुरा दुरुखी गली के मदरसा रिजविया, फौजदारी कुआं, मोगलपुरा, नवढाल, बरगना, छोटी बाजार, टिकिया टोली, गुरु गोविंद सिंह पथ से जुड़े चौक आदि में पड़ा है. बारिश के कारण किराना मंडी मारुफगंज की स्थिति भी नारकीय हो गयी है. इससे दुकानदारों में आक्रोश है.
अस्पताल मार्ग की स्थिति भयावह : नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल व मार्ग की स्थिति भी भयावह हो गयी है. अस्पताल के औषधि विभाग(मेडिसिन),अधीक्षक कार्यालय, अस्पताल के इमरजेंसी, सजर्री विभाग, संक्रामक रोग अस्पताल, अगमकुआं स्थित टीबीडीसी केंद्र में प्रवेश द्वार पर पानी जमा होने से लोगों को परेशानी हो रही है.