पटना: जीआरपी ने पटना जंकशन से 120 किलो गांजा बरामद किया है. कार्रवाई प्लेटफॉर्म छह पर खड़ी ओखा-गुवाहाटी एक्सप्रेस (15636 अप) के बी थ्री कोच में हुई है. इसकी कीमत तीन लाख से अधिक बतायी जाती है. इस मामले में पुलिस ने गांजा तस्कर हीरा उर्फ राजेश तिवारी (बक्सर) को गिरफ्तार किया है. हालांकि उसके तीन अन्य साथी भागने में सफल रहे. गांजा कूच बिहार से राजस्थान भेजा जा रहा था. हीरा ने बताया कि कूच बिहार निवासी गणोश ने गांजा की आपूर्ति की थी.
मौर्य एक्सप्रेस घटना के बाद सतर्क थी पुलिस : मौर्य एक्सप्रेस में 16 अगस्त की रात हुई डकैती व दो लोगों की हत्या के बाद रेल प्रशासन सजग था. सभी ट्रेनों में सघन जांच हो रही थी. इसी दौरान एसी कोच से गांजा बरामद किया गया. आमतौर पर पुलिस एसी कोच की जांच नहीं करती है. गिरफ्तार हीरा ने भी पुलिस को बताया कि एसी कोच में चेकिंग नहीं होती है. इस कारण वह एसी कोच का ही सहारा लेते हैं. एक बार सामान को राजस्थान तक पहुंचाने के लिए 5500 रुपये मिलते थे.
मेले में दुकान लगाने वाला बना गांजा तस्कर
हीरा पहले बक्सर के मेले में माला और मूर्ति बेचने की दुकान लगाता था. आय कम होने के कारण वह गांव के ही एक गांजा तस्कर के संपर्क में आ गया. उसके इशारे पर उसने राजस्थान में गांजा को पहुंचाया. इसके लिए गांजा तस्कर के सरगना रेल में एसी टिकट व अन्य व्यवस्था करने के साथ हजारों रुपये भी देते थे. उसने मुनाफा देख उसने अपनी पुरानी दुकान बंद कर दी.
राजस्थान में कीमत तीन हजार प्रति किलो
गांजा की कीमत कोलकाता में प्रति किलो एक हजार रुपये, जबकि राजस्थान में उसी गांजे की कीमत तीन हजार रुपये हो जाती है. रेल डीएसपी अनंत कुमार राय ने बताया कि गांजा तस्करी में गणोश नाम के व्यक्ति की संलिप्तता सामने आयी है. उसे पकड़ने के लिए जल्द ही एक टीम कोलकाता जायेगी. जरूरत पड़ने पर उसे रिमांड पर भी लिया जायेगा.