पटना: बिहार में पर्यटकों की बढ़ती तादाद से उत्साहित पर्यटन विभाग ने देशी-विदेशी सैलानियों को लुभाने की योजना बनायी है. उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर के पर्यटन का एहसास कराने के लिए आधुनिक सुविधओं से लैस वातानुकूलित दो विशेष वाहन ‘कारवां’ (वंडर ऑन व्हील) का परिचालन शुरू किया है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रविवार को ‘कारवां’ पर सवार होकर राजगीर के लिए निकले. इससे पहले उन्होंने अपने आवास एक,अणो मार्ग से हरी झंडी दिखा कर इस सात सीटोंवाले वाहन को रवाना किया. उनके साथ जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी व पर्यटन मंत्री सुनील कुमार पिंटू भी राजगीर गये. इस मौके पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव अंजनी कुमार सिंह, पर्यटन सचिव मिहिर कुमार सिंह, ग्रामीण कार्य विभाग के सचिव डॉ बी राजेंदर सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे.
एक मई से होगी बुकिंग
‘कारवां’की बुकिंग एक मई से शुरू होगी. 30 रुपये प्रति किमी की दर से न्यूनतम 250 किमी तक के लिए एक या अधिक दिनों की बुकिंग करायी जा सकती है. यानी एक दिन का न्यूनतम किराया साढ़े सात हजार रुपये होगा.
हमने गोवा को पीछे छोड़ा
बीएसटीडीसी के प्रबंध निदेशक अवधेश कुमार ने बताया , पर्यटकों की तादाद के मामले में हमने गोवा को भी पीछे छोड़ दिया है. ‘कारवां’ सफल रहा, तो गाड़ियों की संख्या बढ़ायी जायेगी. रेट में संशोधन भी किया जा सकता है. पर्यटकों की सुविधा के लिए प्रयोग के तौर पर इसे लांच किया गया है.
करीब 26 लाख आयी लागत
‘कारवां’ की लागत 25-26 लाख रुपये है. सात सीटोंवाले इस वाहन में दो वयस्क व दो बच्चे एक साथ सो सकते हैं. फिलहाल, मध्यप्रदेश में इस तरह के वाहन चलाये जा रहे हैं. बिहार दूसरा राज्य है. इसमें इंटरनेट की सुविधा नहीं है. इसे भी उपलब्ध करा दिया जायेगा.