पटना : लॉटरी लगने व बड़े उपहार का प्रलोभन दे कर पटना समेत कई शहरों में सैकड़ों लोगों से करोड़ों की ठगी कर चुके जालसाजों के गिरोह के एक और शातिर सदस्य राजेश कुमार को गांधी मैदान पुलिस ने सीवान से गिरफ्तार कर लिया है.
गांधी मैदान थानाध्यक्ष आरके शर्मा ने गिरफ्तारी की पुष्टि की है. इसके पूर्व पुलिस ने गिरोह के तीन सदस्य रंजीत कुमार (देवघर), परमहंस पाठक (रोहतास) व राकेश कुमार (पटना) को तीन जुलाई को रिजेंट सिनेमा हॉल के समीप से पकड़ने में सफलता प्राप्त की थी. इन लोगों के पास से 15 लाख 78 हजार नकद, 36 एटीएम कार्ड, आधा दर्जन मोबाइल फोन व अन्य दस्तावेज बरामद किये गये थे. हालांकि इस गिरोह में शामिल और भी एक दर्जन सदस्यों को पुलिस खोजने में लगी है.
धंधे का हुआ था खुलासा : विदित हो कि इस गिरोह के तीन सदस्यों के पकड़े जाने के बाद ठगी के बड़े पैमाने पर धंधा किये जाने का खुलासा हुआ था.ये लोग डाकबंगला चौराहे के समीप एनपी सेंटर के 406 में कैम्फर कॉन कास्ट लिमिटेड कंपनी के कार्यालय के नाम पर यह धंधा कर रहे थे.
इस कार्यालय में कंप्यूटर से लेकर बैठने के लिए फर्नीचर व कर्मचारियों के काम करने की भी व्यवस्था थी. इस कंपनी के मैनेजर सुनील कुमार व पुरुषोत्तम गुप्ता फिलहाल फरार हैं.
पाकिस्तान से जुड़ा है तार : इस गिरोह का तार पाकिस्तान से जुड़ा है. वहां के नंबर से ही किसी भी व्यक्ति को लॉटरी निकलने व बड़े उपहार का प्रलोभन दिया जाता है. इसके बाद रजिस्ट्रेशन व अन्य कारण बता कर पाकिस्तान से ही पैसों को बताये गये एकाउंट में जमा करने का निर्देश दिया जाता है.
अगर कोई उनके झांसे में आकर उनके बताये गये एकाउंट में पैसों को जमा कर देता है, तो पटना में सक्रिय गिरोह के सदस्य तुरंत ही उस एकाउंट से एटीएम कार्ड की मदद से पैसे निकाल लेते हैं. सारे पैसे जमा होने के बाद ये लोग हवाला के माध्यम से पैसों को पाकिस्तान में बैठे संचालक को भेज देते हैं. इसके लिए इस गिरोह में दो दर्जन से अधिक लोग शामिल हैं.