पटना : राज्यभर में सरकारी व निजी आइटीआइ में पढ़ने वाले छात्रों को डिग्री तो मिल जा रही है, लेकिन रोजगार नहीं मिल रहा है. अब श्रम संसाधन विभाग ने देश की नामचीन 135 कंपनियों से करार किया है.
ये कंपनियां यहां लगनेवाले रोजगार मेले में आयेंगी और आइटीआइ डिग्रीधारी युवाओं को बेहतर नौकरियां मुहैया करायेंगी. इसके लिए श्रम संसाधन विभाग ने दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु एवं चेन्नई की 135 से अधिक बड़ी कंपनियों की सूची तैयार कर ली है. इन कंपनियों को अप्रैल में लगने वाले रोजगार मेले में आने का आमंत्रण दिया जायेगा. विभाग ने छात्रों को बड़ी कंपनियों में नौकरी दिलाने के लिए यह निर्णय लिया है.
जॉब कैंप छात्रों को रोजगार के साथ देगा मार्गदर्शन
रोजगार मेले में छात्रों को रोजगार और मार्गदर्शन दोनों मिलेगा. नये और पुराने ट्रेड में छात्रों को नौकरी देने वाली कंपनियों का चयन नियोजन की विशेष टीम करेगी. टीम में शामिल अधिकारियों की जिम्मेदारी होगी कि वह वैसी कंपनियों का चयन करें, जो छात्रों को नौकरी देने के बाद बिना किसी कारण के हटा नहीं सके. सभी मेले में कम-से-कम 10-12 बड़ी कंपनियों के स्टॉल होंगे, जहां छात्रों को नौकरी मिल सके.
नौकरी लेने वाले छात्रों का डेटाबेस होगा विभाग के पास : रोजगार मेले में नौकरी पाने वालों का एक अलग से डेटाबेस होगा. इसमें उन युवाओं का ब्योरा होगा, जिनको नौकरी मिली है. कंपनी नौकरी देने के बाद अगर बिना कारण के नौकरी से हटा रही है, तो संबंधित शिकायत भी छात्र एप के माध्यम से कर पायेंगे.
सरकारी आइटीआइ को किया जा रहा स्मार्ट : विभाग ने सरकारी आइटीआइ में स्मार्ट क्लास शुरू करने का निर्देश दिया है. बेहतर पढ़ाई के लिए फिलहाल 50 आइटीआइ को पूरी तरह से कंप्यूटराइज किया गया है. बाकी में काम चल रहा है. क्लास स्मार्ट बोर्ड भी लगाये गये हैं.
बिहार में आइटीआइ
प्राइवेट : 1062
सरकारी : 149
आइटीआइ में छात्रों की संख्या
प्राइवेट : एक लाख दो हजार
सरकारी : 27000