पटना : जदयू के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने रविवार को कहा है कि सहरसा की मीटिंग में तेजस्वी यादव के विरोध की एक बानगी दिखी है. इसमें तेजस्वी ने अपनी आंखों के सामने देख लिया कि लोग क्या चाहते हैं? अब बिहार की जनता उनको देखकर वोट देने वाली नहीं है. जनता ने विकास का स्वाद चख लिया है. अब विकास के नाम पर ही लोग वोट देंगे.
संजय सिंह ने कहा कि गठबंधन के लोग साथ चलने की बात कर रहे थे लेकिन सभी पूरी तरह से बिखर गये. ये उपचुनाव का ट्रेलर है. विधानसभा चुनाव नजदीक आने पर सबकी राहें बदलेंगी. तेजस्वी को संबोधित कर उन्होंने कहा कि एक मंच पर आ जाना एकता का प्रतीक नहीं होता.
गठबंधन पूरी तरह से स्वार्थ की नींव पर बन रहा है और जिसमें स्वार्थ आ जाता है वह ज्यादा दिनों तक नहीं चल पाता. गठबंधन के नेता तेजस्वी से उम्र और तजुर्बे में काफी बड़े हैं. वहीं, जीतन राम मांझी को तो बिहार का सबसे उच्च पद नीतीश कुमार ने दे दिया था, लेकिन क्या हुआ? वे किसी के नहीं हो सकते.