पटना : निर्बाध रूप से हो रही बारिश और चारों तरफ हुए जलभराव को देखते हुए प्रशासन की टीम बचाव कार्य में जुट गयी है. शनिवार की रात को डीएम के निर्देश पर उन मुहल्लों में राहत सामग्री बांटी गयी जहां पर ज्यादा पानी है और लोग घर से नहीं निकल सकते. पैदल और नाव के सहारे घरों में पीने का पानी बंटवाया गया. इसके लिए 50 हजार लीटर पेयजल की व्यवस्था प्रशासन ने किया.
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घरों में बंटा 50 हजार लीटर पानी, माेमबत्ती
पटना : निर्बाध रूप से हो रही बारिश और चारों तरफ हुए जलभराव को देखते हुए प्रशासन की टीम बचाव कार्य में जुट गयी है. शनिवार की रात को डीएम के निर्देश पर उन मुहल्लों में राहत सामग्री बांटी गयी जहां पर ज्यादा पानी है और लोग घर से नहीं निकल सकते. पैदल और नाव […]
शाम को घर-घर जाकर पानी का जार और सूखा राशन दिया गया. इसके अलावा दवाईयां व मोमबत्ती भी वितरित की गयी. जलभराव वाले इलाके में घरों में रहने के निर्देश दिये गये हैं. जिनके यहां थोड़ा पानी लगा हुआ है. बाकी लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए कहा गया है.
इसके लिए यह भी बताया गया कि लगातार रही बारिश की वजह से बिजली भी जा सकती है. कई इलाकों में करंट के खतरे को देखते हुए बिजली भी काटी गयी. लोगों से घरों में मोमबत्ती जलाने के लिए कहा गया है. जब तक पानी नहीं निकल जाता तब तक लोगाें को सर्तक रहने के लिए कहा गया है.
परिवारों को पहुंचाया गया सुरक्षित कैंप में
पटना : शहर के घरों में पानी भरता देख जिला प्रशासन की टीम एसडीआरएफ के साथ 10 नावाें से शहर में निकली. इस दौरान कंकड़बाग, पत्रकारनगर, पाटलिपुत्रा, कदमकुआं, पटना सिटी समेत कुछ अन्य इलाकों में घरों में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा गया.
इसके लिए कलेक्ट्रेट के कई भवनों में कैंप बनाया गया है. यहां पर लोगों को सुरक्षित पहुंचाया गया. इसके अलावा उन्हें खाने के लिए राशन, पीने का पानी व अन्य सामान भी उपलब्ध कराया गया.
उन इलाकों में बचाव कार्य के लिए टीम भेजी गयी जहां से फोन आ रहे थे. टीम ने जलभराव वाले जगह पर जाकर लोगों को वहां से निकाला. वहीं अशोक राजपथ में भी कुछ भवनों में लोगों को रखा गया जहां पर पानी नहीं लगा था. सबसे ज्यादा परेशानी कंकड़बाग, पाटलिपुत्रा, कदमकुआं समेत अन्य इलाकों में हुई.
लोगों को निकालने के लिए ट्रक-बस की व्यवस्था : मोदी
पटना. राज्य में लगातार हो रही बारिश से बने हालातों से निबटने के लिए उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर सभी डीएम को दिशा- निर्देश दिये हैं. उनका कहना है कि अधिकतर जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है.
निचले शहरी इलाकों से लोगों को निकालने के लिए ट्रक-बस की व्यवस्था की गयी है. लोगों से साहस रखने की अपील करते हुए कहा है कि धैर्य, परिश्रम और परस्पर सहयोग से हम प्राकृतिक आपदा के इस दौर को भी पार करेंगे.
वहीं प्राकृतिक चुनौतियों के कठिन समय में भी सरकार पर आरोप लगाने वाले विपक्षी दलों के नेताओं को बयानबाजी से दूर रहने की सलाह दी है. डिप्टी सीएम ने कहा कि जिन्हें राहत और बचाव के काम सहयोग की पेशकश करनी चाहिए थी, वे इस पर भी राजनीतिक बयानबाजी कर रहे हैं.
सरकार की आलोचना, बहस और सवाल करने के लिए विधानसभा का सत्र जैसा अवसर आता है, तब कोई अज्ञातवास पर चला जाता है, कोई तीर्थयात्रा करता है, तो कोई सदन के बाहर तख्ती दिखाकर मीडिया में चेहरा चमकाता है. विरोध में बोलने वालों को पहले अवसर, तथ्य और भाषा का सही इस्तेमाल करना सीखना चाहिए.
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