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पटना : सितंबर को माना गया ‘पोषण माह’
कुपोषण के खिलाफ चले जागरूकता अभियान : राज्यपाल पटना : राज्यपाल फागू चौहान की अध्यक्षता में राजभवन सभागार में गुरुवार को एक उच्चस्तरीय बैठक हुई. बैठक में सितंबर को ‘पोषण माह’ के रूप में मानते हुए इस दौरान कुपोषण के खिलाफ प्रभावी कार्यक्रम शुरू करने की रणनीति बनायी गयी. इस दौरान राज्यपाल चौहान ने जिम्मेदार […]
कुपोषण के खिलाफ चले जागरूकता अभियान : राज्यपाल
पटना : राज्यपाल फागू चौहान की अध्यक्षता में राजभवन सभागार में गुरुवार को एक उच्चस्तरीय बैठक हुई. बैठक में सितंबर को ‘पोषण माह’ के रूप में मानते हुए इस दौरान कुपोषण के खिलाफ प्रभावी कार्यक्रम शुरू करने की रणनीति बनायी गयी.
इस दौरान राज्यपाल चौहान ने जिम्मेदार अफसरों को निर्देशित किया जायेगा कि पोषण माह के दौरान पोषण आहार के प्रति जागरूकता के लिए अभियान शुरू किया जाये. इस अभियान को जनता के बीच ले जाने की जरूरत है. इस दौरान समाज कल्याण विभाग के अफसरों ने राज्यपाल को पोषण माह के लिए की गयी तैयारियां की जानकारियों से अवगत कराया.
वंचित वर्ग के लोग सबसे अधिक शिकार : राज्यपाल ने कहा कि कुपोषण की समस्या ग्रामीण क्षेत्रों एवं शहरी क्षेत्रों की सघन बस्तियों में रहने वाले वंचित वर्ग के बीच सबसे अधिक है. जागरूकता के अभाव में इस वर्ग के बच्चों का पोषण ठीक ढंग से नहीं हो पाता है. समाज कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव को ‘पोषण माह’ के दौरान ‘जागरूकता अभियान’ जन–जन तक पहुंचाने के निर्देश दिये.
बैठक में समाज कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव अतुल प्रसाद ने राज्यपाल को पोषण माह के दौरान चलाये जाने वाले पोषण अभियान की विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने बताया कि ‘स्वस्थ भारत’ की परिकल्पना के अनुरूप भारत सरकार ने 2022 तक भारत को ‘राष्ट्रीय पोषण मिशन’ के तहत कुपोषणमुक्त बनाने का निर्णय लिया है.
बैठक में राज्यपाल के प्रधान सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा, आइसीडीएस के निदेशक आलोक कुमार सहित राज्यपाल सचिवालय एवं समाज कल्याण विभाग के संबंधित अधिकारीगण तथा ‘यूनिसेफ’ की पोषण विशेषज्ञ आदि उपस्थित रहे.
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