पटना सिटी: आलमगंज थाना पुलिस ने बुधवार को भारी मात्र में नकली डिटरजेंट पाउडर व नमक बरामद किया है. डिटरजेंट घड़ी व नमक टाटा के नाम से बनाया जाता था. कारखाने में पुलिस की छापेमारी की भनक लगते ही मुख्य सरगना मुन्ना प्रसाद महतो पुलिस को चकमा देकर भागने में सफल रहा.
रात में ही चलता था कारखाना
आलमगंज थाना पुलिस ने मलिया महादेव रोड स्थित एक कारखाने में छापेमारी कर भारी मात्र में ब्रांडेड कंपनी के नाम से तैयार किया जा रहा डिटरजेंट पाउडर व नमक बरामद किया है. इसकी कीमत दो लाख से अधिक आंकी जा रही है. घड़ी डिटरजेंट कंपनी के प्रतिनिधि मनोज सिंह ने बताया कि पटना के बाजार में अचानक बिक्री बढ़ने पर कंपनी के प्रतिनिधि ने बाजार का सर्वे किया, तब पता चला कि जल्ला रोड में भारी पैमाने पर नकली डिटरजेंट पाउडर उनके ही कंपनी के नाम पर निर्माण कर बेचने का धंधा किया जा रहा है.
प्रतिनिधि ने इस बात की जानकारी एसएसपी मनु महाराज को दी. इसके बाद आलमगंज थाना के दारोगा रामकल्याण यादव व पुलिस दल ने कारखाने में छापेमारी की. पुलिस ने बताया कि कारखाने में रात में ही सिर्फ नकली डिटरजेंट पाउडर व नमक तैयार किये जाने का धंधा किया जाता था. दूसरे दिन सुबह उसे बाजार में बेचने के लिए भेज दिया जाता था. खबर लिखे जाने तक थानाध्यक्ष बीके सिंह ने बताया कि छापेमारी का कार्य चल रहा है.
गिरफ्तार कर पूछताछ जारी
छापेमारी टीम के कारखाने में पहुंचने की भनक लगते ही मुख्य सरगना बच्चन प्रसाद महतो का पुत्र मुन्ना प्रसाद महतो पुलिस को चकमा देकर भागने में सफल रहा. हालांकि पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की है. नकली माल तैयार करने का धंधा करीब एक वर्ष से चल रहा था.
मामला कॉपी राइट एक्ट का
पुलिस ने बताया कि कारखाने में छानबीन के क्रम में निर्माण संबंधित कोई लाइसेंस प्राप्त नहीं हुआ है. अभियुक्त फरार हो चुका है. इस स्थिति में कंपनी प्रतिनिधि के बयान पर छानबीन के बाद कॉपी राइट एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की जायेगी.
नक्कालों का गढ़ बना क्षेत्र
नकली साबुन, सर्फ, सौंदर्य प्रसाधन, ठंडा तेल, पाउडर व खाद्य पदार्थ बनाने का धंधा क्षेत्र में लघु कुटीर के रूप में वर्षो से चल रहा है. छापेमारी के बाद भी नक्कालों की सेहत पर खास असर नहीं पड़ता है. जेल से रिहा होने के बाद फिर से उसी धंधे में शामिल हो जाते हैं.