Advertisement
पटना : योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता लाना होगी प्राथमिकता : नीरज कुमार
सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने संभाला पदभार, कहा- विभागीय अधिकारियों के साथ जल्द समीक्षा कर जानेंगे समस्या पटना : राज्य में सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के मंत्री का पदभार नीरज कुमार ने सोमवार को संभाल लिया. पदभार ग्रहण करने के बाद सूचना भवन के तीसरे तल पर मौजूद अपने कक्ष में विभाग के […]
सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने संभाला पदभार, कहा- विभागीय अधिकारियों के साथ जल्द समीक्षा कर जानेंगे समस्या
पटना : राज्य में सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के मंत्री का पदभार नीरज कुमार ने सोमवार को संभाल लिया. पदभार ग्रहण करने के बाद सूचना भवन के तीसरे तल पर मौजूद अपने कक्ष में विभाग के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के अलावा अपने कई शुभचिंतकों-प्रशंसकों से भी मुलाकात की.
जनसंपर्क मंत्री ने विशेष बातचीत के दौरान विभाग और मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य पर खुलकर बात की. उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता सरकार की सभी जन कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता लाने के साथ ही इनका प्रचार-प्रसार करना है. योजनाओं का सरलतम तरीके से विस्तार करना उनका मुख्य उद्देश्य होता.
ताकि समाज के सबसे नीचले पायदान पर खड़े व्यक्ति को इसका लाभ मिल सके. हर व्यक्ति को योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी हो सके. उन्होंने कहा कि जल्द ही वह विभागीय स्तर पर अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक करेंगे. इसके बाद कुछ लक्ष्य तय करेंगे, जिन्हें तय समय में पूरा किया जायेगा. समय जितना भी हो, लेकिन वह विभाग में ऐसे काम करना चाहते हैं, जो माइल स्टोन के रूप में स्थापित हो सके.
उन्होंने ईमान और साख को सार्वजनिक जीवन की पूंजी बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ वह 19-20 वर्ष की उम्र से ही साथ हैं. उनके जैसे साधारण परिवार के व्यक्ति का सदन और मंत्री पद तक पहुंचना यह प्रमाणित करता है कि सीएम की नजर में काम करने वालों की ही पूछ है.
एकजुट है भाजपा और जदयू
मंत्री ने मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य पर कहा कि भाजपा और जदयू एकजुट है. इसमें किसी तरह की संशय की स्थिति नहीं है. जहां तक जीतन राम मांझी की इफ्तार पार्टी में जाने का सवाल है, तो इसका कोई राजनीतिक मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए. राजनीति में मतभेद होते हैं, मनभेद नहीं रखते हैं. इफ्तार में उपस्थिति अगर कारण है, तो शपथ ग्रहण समारोह में भी भाजपा के सभी नेता मौजूद थे.
इसका क्या अर्थ लगाया जायेगा. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की सरकार ने कभी भ्रष्टाचार और अपराध से समझौता नहीं किया. पिछली बार भी इसी मुद्दे को लेकर अलग हुए थे. जब कोई राजनीतिक दल चुनाव में जाने को तैयार नहीं थे, गठबंधन का स्वरूप बदलना पड़ा और संख्या के आधार पर सरकार का गठन हुआ.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement