पटना सिटी : नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में शुक्रवार से छात्रों ने हड़ताल शुरू कर दी है. नतीजतन अस्पताल में मरीजों का उपचार अब सीनियर डॉक्टरों के सहारे हो रहा है. हड़ताल पर गये जूनियर डॉक्टरों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाती हैं, तब तक उनका आंदोलन यथावत रहेगा.
अस्पताल में धरना-प्रदर्शन के बीच सुखद बात यह है कि उपचार कराने आये मरीजों को निराश नहीं लौटना पड़ रहा है. भरती हुए मरीज, ओपीडी भी चला : जूनियरों के हड़ताल पर जाने के बाद भी शुक्रवार को केंद्रीय पंजीयन काउंटर पर उपचार कराने आये मरीजों का पंजीयन किया गया. स्थिति यह थी कि दोपहर एक बजे तक 1300 मरीजों का पंजीयन किया गया था.
इनमें 23 पुराने मरीज थे, जबकि पांच मरीजों को भरती किया गया. इधर, इमरजेंसी वार्ड में भी एक दर्जन से अधिक मरीजों को उपचार के लिए भरती किया गया. हड़ताल पर बैठे मेडिकल स्टूडेंट ने स्पष्ट कहा कि वह अस्पताल के कामकाज को बाधित नहीं करेंगे. हड़ताल पर पीजी व यूजी स्टूडेंट हैं, जबकि हाउस सजर्न को उनका समर्थन प्राप्त है. इन लोगों ने अस्पताल के वरीय चिकित्सकों को कामकाज करने से नहीं रोका.बोले अधीक्षक : अस्पताल अधीक्षक संतोष कुमार ने कहा कि मरीजों का उपचार हो व कामकाज सुचारु ढंग से चले, इसके लिए व्यवस्था की गयी है.