पटना: पटना यातायात पुलिस अधिकारियों व सिपाहियों की कमी से जूझ रही है. आलम यह है कि कई स्थानों पर जवानों को तैनात कर यातायात को सुचारु किया जा रहा है. पटना यातायात पुलिस में कम-से-कम 12 सौ जवानों की जरूरत है.
ट्रैफिक एसपी राजीव मिश्र ने इसके लिए पुलिस मुख्यालय को पत्र भेजा है. अभी 249 सिपाही ही पटना यातायात पुलिस में है, जबकि स्वीकृत पद 660 है.
गृहरक्षकों की संख्या 354 है. सिपाहियों व गृहरक्षकों को मिला कर अभी 603 जवान हैं, लेकिन सूत्रों की मानें, तो इनमें से आधे जवान कुछ ही जगहों पर तैनात हैं. बाकी आधे जवानों से शहर की यातायात व्यवस्था को सुचारु रखने का काम लिया जा रहा है. इन छह सौ जवानों में से 100 जवान प्रतिदिन वीआइपी ड्यूटी में ही लगे रहते हैं. लगभग 120 जवान जीरोमाइल से गांधी सेतु तक लगाये गये हैं, जबकि करीब 50 जवान पटना जंकशन गोलंबर पर तैनात हैं. बाकी बचे जवानों से पूरे शहर की यातायात व्यवस्था को ठीक रखने का काम कराया जा रहा है.
ऑफिस आवर में लगाये गये डीएसपी व इंस्पेक्टर
ऑफिस आवर व घर लौटने के समय में प्रतिदिन हो रही जाम की समस्या को देखते हुए उस समय यातायात डीएसपी व इंस्पेक्टर को भी ड्यूटी पर लगाया गया है. इन पदाधिकारियों को सुबह नौ बजे से 11 बजे तक व शाम में चार बजे से सात बजे तक सड़क पर ही रह कर यातायात के सुचारु संचालन की व्यवस्था की मॉनिटरिंग करने का निर्देश दिया गया है. आमतौर पर सुबह नौ बजे से 11 बजे तक अचानक ही वाहनों की संख्या में इजाफा हो जाता है, जिसके कारण सड़क पर जाम की स्थिति बन जाती है. वाहनों का दबाव 11 बजे तक रहता है व उसके बाद धीरे-धीरे काफी कम हो जाता है. ऐसी ही स्थिति शाम में चार बजे से सात बजे तक रहती है. ट्रैफिक एसपी राजीव मिश्र ने बताया कि ऑफिस जाने व लौटने के समय में डीएसपी व इंस्पेक्टर को भी यातायात व्यवस्था की मॉनिटरिंग करने की जिम्मेवारी दी गयी है.