पटना: रेलवे की परीक्षा में शामिल होने जा रहे छात्रों ने पटना जंकशन पर पटना-सिकंदराबाद (12792) एक्सप्रेस में हंगामा किया. आरक्षित डिब्बों में पहले से कब्जा जमाये छात्रों ने आरक्षित सीट वाले यात्रियों को सीट देने से मना कर दिया. इतना ही नहीं जब आरपीएफ ने जबरदस्ती की, तो छात्रों का गुस्सा जवान पर भी बरस पड़ा. बाद में कई यात्रियों ने अपना टिकट रद्द करवा लिया. गैारतलब है कि रविवार को सिकंदराबाद में रेलवे की परीक्षा है.
12.05 बजे पटना से सिकंदराबाद जाने वाली ट्रेन जैसे ही जंकशन के प्लेटफॉर्म नंबर चार पर रुकी. यात्री उसमें बैठने के लिए चढ़े. पहले से आरक्षण करा चुके यात्रियों ने सीट पर कब्जा जमाये छात्रों से उठने को कहा, तो उनसे ही उलझ गये. अपनी सीट नहीं मिलने और ट्रेन में छात्रों की दबंगई को देखते हुए आरक्षित यात्रियों को मजबूरन ट्रेन छोड़नी पड़ी. ट्रेन छूटने और सीट नहीं मिलने से नाराज यात्रियों ने स्टेशन मैनेजर के रूम में घुस कर हंगामा करना शुरू कर दिया. आरपीएफ व जीआरपी प्रभारी ने मामले को शांत कराया.
चेंबर छोड़ भागे स्टेशन मैनेजर
आरक्षित यात्रियों को जब सीट नहीं मिली, तो उन्हें अपनी यात्र रद्द करनी पड़ी. जब ट्रेन चली गयी,तो यात्रियों ने अपना गुस्सा स्टेशन मैनेजर पर उतारा. मामला बढ़ता देख स्टेशन मैनेजर एके सिंह और उप स्टेशन मैनेजर रवींद्र कुमार सिन्हा वहां से निकल गये. यात्रियों का कहना था कि अगर रेलवे तुरंत व्यवस्था नहीं करती है, तो ट्रैक पर उतर कर प्रदर्शन करेंगे. इतना ही नहीं नाराज यात्रियों ने अपना गुस्सा जीआरपी प्रभारी संजय पांडे पर भी उतारा. मामला बढ़ता देख चेंबर में रेलवे पुलिस बल की तैनाती की गयी और बाद में मामला शांत कराया. बाद में बिना चार्ज कटे सभी यात्रियों की टिकट कैंसिल करायी गयी.
सुधा को ङोलनी पड़ी परेशानी
यात्रारद्द होने से सबसे अधिक परेशानी सुधा देवी को उठानी पड़ी. पैर फ्रैक्चर होने से परेशान सुधा को उनके परिजनों ने ट्रॉली के सहारे स्टेशन से घर भेजा. कोच एस टू के 67 नंबर पर रिज्रेवेशन करायी सुधा के बेटे ने बताया कि पिछले कई माह से मां का पैर फ्रैक्चर है. इलाज इलाहाबाद में चलता है. अब दूसरी व्यवस्था करनी पड़ेगी.
तो नहीं होता हंगामा
सिकंदराबाद और मुंबई में रेलवे की परीक्षा देने जा रहे छात्रों को (12141) राजेंद्र नगर-लोकमान्य तिलक से मुंबई जाना था. जिन छात्रों को सिंकदराबाद जाना था. उन्हें इसी ट्रेन से इटारसी उतर कर वहां से दूसरी ट्रेन पकड़ कर सिकंदराबाद जाना था, लेकिन ट्रेन 10 घंटे लेट चल रही थी. इंतजार कर रहे छात्रों ने जब पटना- सिकंदराबाद एक्सप्रेस को पहले आते देखा, तो ट्रेन पर धावा बोल दिया. नाराज यात्रियों का कहना था कि रेलवे विभाग की ओर से परीक्षा स्पेशल ट्रेन चलायी जाती है. सिकंदराबाद में परीक्षा की सूचना पिछले कई माह से जिम्मेदार अधिकारियों को थी. बावजूद कोई व्यवस्था नहीं की गयी.
बनारस से नहीं ली सीख
गुरुवार को वाराणसी के कैंट स्टेशन पर पटना-सिकंदराबाद एक्सप्रेस में ही छात्रों ने हंगामा किया था. मामला बढ़ता देख आरपीएफ को लाठी चार्ज तक करनी पड़ी. इस कारण कैंट स्टेशन पर करीब दो घंटे तक अफरा-तफरी रही. अगर पटना जंकशन के अधिकारी बनारस की घटना को गंभीरता से लेते, तो घटना नहीं होती.