15 लाख नकद, मेटल डिटेक्टर, नोट गिनने की मशीन, फोटो कॉपी मशीन व कई दस्तावेज बरामद
पटना : भारतीय सेना में विभिन्न पदों के लिए शारीरिक परीक्षा, मेडिकल जांच व लिखित परीक्षा में सेटिंग कर पास कराने वाले एक गिरोह का पटना पुलिस ने सोमवार को पर्दाफाश किया है. यह गिरोह प्रति उम्मीदवार चार से पांच लाख रुपये वसूल करता था.
सेना में भर्ती की सेटिंग के गोरखधंधे का उस समय खुलासा हुआ, जब पटना पुलिस ने गिरोह के सरगना मुन्ना सिंह, (भेलायी, उदवंत नगर, भोजपुर), जगदीश कुमार सिंह (जगदीशपुर, भोजपुर) व पिंटू कुमार (बरारी, सासाराम) को रूपसपुर थाने के एमएम कॉम्पलेक्स स्थित 204 नंबर फ्लैट से गिरफ्तार कर लिया. इन लोगों के पास से 15 लाख नकद, मेटल डिटेक्टर, फोटो कॉपी मशीन, लैपटॉप, मोबाइल फोन, शारीरिक परीक्षा में उपयोग होने वाले ड्रेस व 160 छात्रों का मूल शैक्षणिक प्रमाण पत्र बरामद किया है. इसने अपने फ्लैट को ही सेना भर्ती का कार्यालय बना रखा था.
बहाली के पूर्व जमा करा लेते थे मूल शैक्षणिक दस्तावेज : यह गिरोह किस्तों में पैसा लेता था. लेकिन पूरी प्रक्रिया के पूर्व ही एडवांस में 50 हजार नकद व सारे शैक्षणिक दस्तावेज की ऑरिजनल कॉपी अपने कब्जे में ले लेता था. इसके बाद सेना में क्लर्क, टेक्निकल, नन टेक्निकल के पदों पर बहाली के लिए चार से पांच लाख रुपये लेते थे. कुछ पैसे शारीरिक परीक्षा के दौरान, कुछ मेडिकल और कुछ लिखित परीक्षा के दौरान लिये जाते थे.
दो दर्जन से अधिक एजेंट बिहार के अन्य जिलों में हैं सक्रिय : मुन्ना सिंह ने अपने एजेंट को पूरे बिहार में फैला रखा है. ये एजेंट सेना में बहाली का दावा कर उम्मीदवार को लाते हैं और उन्हें उनका कमीशन 50 हजार रुपया मुन्ना सिंह दे देता है. इसके बाद उम्मीदवार से चार से पांच लाख रुपये की ठगी की जाती है.
पहनता था लाखों रुपये की चेन, निकलता था सूट-बूट में
सरगना मुन्ना सिंह मूल रूप से भोजपुर का रहने वाला है. इसके खिलाफ भोजपुर में हत्या के मामले भी दर्ज हैं. लेकिन इसने अपना ठिकाना दानापुर इलाके के रूपसपुर में बना रखा था. लाखों रुपये के सोने की चेन पहन कर यह स्काॅर्पियो में सूट-बूट में निकलता था. इसके रहने-सहने के अंदाज को देख कर ही कोई भी इंप्रेस हो जाता था. सूत्रों के अनुसार इस धंधे से मुन्ना सिंह करोड़पति हो चुका है. उसके पास पटना में कई फ्लैट हैं. लेकिन यह अपने फ्लैट के बजाय किसी दूसरे के फ्लैट को किराये पर लेकर गोरखधंधा करता है. पुलिस ने जब उसके पंद्रह लाख रुपये को जब्त किया, तो उसने पुलिस को कहा कि वह तुरंत ही अपने रुपयों को छुड़ा लेगा.
अन्य परीक्षाओं में भी करताहै सेटिंग का गोरखधंधा
मुन्ना सिंह पटना से लेकर भोजपुर जिले में सेना में भर्ती कराने वाला गिरोह का ब्रांड है. लोग इसे जानते हैं कि यह सेना में भर्ती कराने का काम पैसे लेकर करता है. कई लोगों से पैसे लेने के बाद उन्हें सेना में भर्ती कराने का दावा कर देता है. किस्मत से अपने आप किसी की भर्ती हो जाये, ताे उसका पैसा रख लेता है. जिसकी भर्ती नहीं होती है उसका पैसा भी नहीं लौटाता है. मुन्ना सिंह को जब पटना पुलिस ने शाहपुर इलाके से पिछले साल पकड़ा था, तो इसके तार बीएसएससी परीक्षा की सेटिंग करने वाले गिरोह से भी जुड़े थे. मुन्ना सिंह की ही निशानदेही पर पटना पुलिस ने बीएसएससी में सेटिंग करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया था और अगमकुआं इलाके से पांच सेटर को गिरफ्तार करने में सफलता पायी थी.
2004 से ही सेटिंग में शामिल है मुन्ना
मुन्ना 2004 से ही सेना में भर्ती की सेटिंग में शामिल रहा है. वह पिछले साल 2017 में 28 जनवरी को शाहपुर इलाके में अपने गिरोह के सदस्य नीतीश कुमार सिंह, सतीश कुमार शर्मा, विक्की कुमार सिंह व राहुल कुमार के साथ गिरफ्तार किया गया था. उस समय भी पुलिस ने तीन लाख 52 हजार नकद, 16 एटीएम कार्ड, दो स्कॉर्पियो, आधा किलो सोने के जेवरात, एक लाख का चेक व कई छात्रों के ऑरिजनल शैक्षणिक प्रमाण पत्र बरामद किया था. सतीश कुमार के पास से सेना का एक फर्जी आईकार्ड बरामद किया गया था. इन लोगों ने बताया था कि वे लोग 2004 से ही इस धंधे में शामिल हैं. नौकरी दिलाने के नाम पर तीन से चार लाख की रकम लेते थे.
सेना में भर्ती कराने की बातें अभी पुष्ट नहीं हुई है. छानबीन चल रही है. लेकिन यह गिरोह सेना में भर्ती कराने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी कर चुका है. इनके मोबाइल का सीडीआर निकाला जा रहा है. 160 उम्मीदवारों ने परीक्षा में सेटिंग कराने के लिए मुन्ना सिंह को पैसे दिये थे और वे लोग रविवार को सेना में सिपाही पद की हुई परीक्षा में भी बैठे थे. उन सभी को भी इस केस में आरोपित बनाया जायेगा.
मनु महाराज, एसएसपी