पटना: भीषण गरमी में बिजली संकट जारी है. फीडर ओवरलोडेड होने से लोडशेडिंग कर आपूर्ति हो रही है. ट्रिपिंग के कारण भी कई इलाके में बिजली गुल हो रही है. शुक्रवार की दोपहर टेलीकॉम फीडर के ओवरलोडेड होने से बिजली कटौती हुई. बांकीपुर इलाके में दोपहर 2 से 4 बजे तक बिजली गुल रही. पीएमसीएच को मछुआटोली पावर सब स्टेशन से बिजली आपूर्ति की गयी. उधर, ट्रिपिंग के कारण भी बिजली गुल हो रही है.
साहित्य सम्मेलन, कदमकुआं, राजेंद्रनगर, डाकबंगला पावर सब स्टेशन के ट्रिपिंग के कारण डाकबंगला, एक्जिबिशन रोड, फ्रेजर रोड, पीरमुहानी, दलदली रोड, उमा सिनेमा, पूर्वी लोहानीपुर सहित आसपास के इलाके के लोग परेशान रहे. दानापुर वन व दानापुर 2 फीडरों के डिस्टर्ब रहने के कारण दानापुर इलाके में सुबह 11 बजे से दोपहर तीन बजे तक बिजली का आना-जाना लगा रहा.
ऑफिस छोड़ते ही लाइट ऑफ करने का निर्देश : बिजली संकट को देखते हुए आइजीआइएमएस प्रशासन ने सभी चिकित्सक व कर्मचारियों को ऑफिस से निकलते समय लाइट बंद करने का निर्देश दिया है. निर्देश संस्थान का बिजली बिल अधिक आने के बाद लिया गया. संस्थान के एमएस डॉ एसके शाही ने कहा कि बिजली की बचत के लिए सभी कर्मचारियों को निर्देश दिया गया है. समय-समय पर जांच भी की जायेगी. सामूहिक प्रयास से ही यह संभव हो सकेगा.
पांच पावर सब स्टेशन का वादा
पटना में बिजली आपूर्ति दुरुस्त करने के लिए पांच नये सब स्टेशन बनेंगे. सगुना मोड़, आशियाना नगर, गांधी मैदान, एनआइटी कैंपस व ट्रांसपोर्ट नगर में सब स्टेशन स्थापित होंगे. इसके साथ ही एसकेपुरी, एएन कॉलेज, मौर्यालोक, एक्साइज कॉलोनी, बोर्ड कॉलोनी, बंदर बगीचा, खगौल, आइजीआइएमएस, गर्दनीबाग, वेटनरी कॉलेज, एसके मेमोरियल, पीएमसीएच, बेऊर, राजेंद्रनगर, मछुआटोली, अशोक नगर, मंगल तालाब, बहादुरपुर, मालसलामी, कटरा, एनएमसीएच व मीना बाजार सब स्टेशनों में पावर ट्रांसफॉर्मर की क्षमता बढ़ायी जायेगी. इस दिशा में प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. बिजली आपूर्ति सुचारु करने के लिए अंडरग्राउंड केबल बिछेगा.
1727 ट्रांसफॉर्मरों की क्षमता बढ़ेगी. पटना व गया में डिजास्टर रिकवरी सेंटर स्थापित होगा. सेंटर को बिजली आपूर्ति सेक्शन, अवर प्रमंडल, प्रमंडल से जोड़ा जायेगा, ताकि किसी तरह की शिकायत की सूचना उपभोक्ता तक पहुंचाने की व्यवस्था की जा सके.
कस्टमर केयर सेंटर बनेगा . सेंटर 24 घंटे कार्य करेगा. उपभोक्ता इस पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकेंगे. पटना के साथ राज्य के 35 शहरों में भी बिजली आपूर्ति दुरुस्त करने के लिए काम होगा.
राजस्व वसूली की व्यवस्था कंप्यूटरीकृत होगी. बिल का भुगतान उपभोक्ता आसानी से कर सके इसका भी ध्यान रखा जायेगा. बिजली आपूर्ति दुरुस्त होने से माना जा रहा है कि ए एंड टी लॉस लगभग पंद्रह फीसदी कम होगा. लगभग 45 फीसदी उपभोक्ताओं को इसका फायदा मिलेगा. आरएडीआरपी योजना के तहत काम होना है. इस दिशा में काम शुरू कर दिया गया है. एक साल बाद बिजली आपूर्ति व्यवस्था दुरुस्त दिखने लगेगी.