पटना: मॉनसून से पहले ही बाढ़ से बचाव की तैयारी शुरू हो गयी है. डीएम डॉ सरवण कुमार ने संभावित क्षेत्रों के अधिकारियों को नावों की खरीद व मरम्मती से लेकर अनाज-दवा की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है. पीड़ितों के आश्रय के लिए आसपास ऊंचे स्थल बनाये जायेंग. इन आश्रय स्थलों में पानी, भोजन सहित मूलभूत सुविधाओं का इंतजाम रहेगा.
पांच प्रखंड सर्वाधिक प्रभावित: जिले के पांच प्रखंड दनियावां, बाढ़, दानापुर, मसौढ़ी व नौबतपुर सर्वाधिक बाढ़ग्रस्त हैं. आमतौर पर बारिश अधिक होने की स्थिति में इनकी कुछ पंचायतों का मुख्य सड़क से संपर्क भंग हो जाता है. गांव से बाहर निकलने के लिए नाव ही एकमात्र सहारा होती है. ऐसी स्थिति को ध्यान में रखते हुए प्रखंड व पंचायत स्तर पर अन्न का भंडारण रखने का निर्देश दिया गया है.
बाढ़-आगजनी से बचाव को 31.75 लाख: डीएम ने कहा कि बाढ़ व अगलगी से होनेवाली क्षति में मुआवजा देने के लिए 12 अंचलों को 31.75 लाख रुपये आवंटित किये हैं. इनमें मसौढ़ी, बख्तियारपुर, मनेर, धनरूआ, संपतचक, पालीगंज, संपतचक, दुल्हिन बाजार, पटना सदर, बिहटा, फतुहा, दनियावां व दानापुर शामिल हैं. खाद्य सामग्री आपूर्ति किये जाने को लेकर चूड़ा, गुड़, सत्तू, नमक, माचिस, केरोसिन आदि की खरीद की जा रही है. अंचलों में नाव की खरीद व खराब पड़ी नावों की मरम्मत के लिए भी 12 लाख रुपये का आवंटन हुआ है.