पटना: कंकड़बाग की पीसी कॉलोनी से आठ सितंबर को बीपीएससी की परीक्षा की तैयारी करनेवाले छात्र नागेंद्र प्रसाद (35 वर्ष) को अगवा कर हत्या करने में शामिल कांट्रेक्ट किलर प्रशांत कुमार उर्फ लल्लू तिवारी (नालंदा) समेत तीन अपराधियों को पुलिस ने बुद्धा कॉलोनी थाना क्षेत्र में पकड़ लिया. पकड़े गये अपराधियों में छोटू कुमार उर्फ बंदरवा (चीना कोठी, बुद्धा कॉलोनी) व अजय डोम (काठ पुल मंदिरी, बुद्धा कॉलोनी) भी शामिल हैं. इनके पास से हथियार भी बरामद किये गये हैं.
गंगा में ले जाकर की हत्या : प्रशांत उर्फ लल्लू कुख्यात अजय यादव गिरोह से जुड़ा है. अजय व प्रशांत ने ही नागेंद्र प्रसाद की हत्या करने के लिए दो लाख की सुपारी उसके जिगरी दोस्त व बीपीएससी की परीक्षा में नवचयनित ग्रामीण विकास पदाधिकारी (आरडीओ) अशोक कुमार से ली थी.
इसके बाद नागेंद्र प्रसाद को अगवा कर बांस घाट से नाव की मदद से बीच गंगा में लाया गया था और गोली मार कर उसका शव फेंक दिया गया था. पकड़ा गया छोटू कुमार उर्फ बंदरवा भी उस समय पकड़ा गया था, लेकिन बाद में पूछताछ करने के बाद उसे छोड़ दिया था. इस हत्याकांड में अशोक कुमार (रोहतास), वीरू (बेऊर) एवं मनीष कुमार (मंदिरी) को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन कांट्रेक्ट किलर अजय यादव व लल्लू तिवारी फरार होने में सफल रहे थे. लेकिन एक माह बाद ही अजय यादव ने पुलिस की दबिश के बाद न्यायालय में सरेंडर कर दिया था और वह अभी जेल में ही है. विदित है कि आठ सितंबर, 2013 को अशोक ही नागेंद्र को लेकर गया था. तब से वह लापता था. तब उसके भाई जीतेंद्र गुप्ता ने कंकड़बाग थाने में पहले नौ सितंबर को गुमशुदगी तथा 17 सितंबर को अपहरण का मामला दर्ज कराया.
नहीं पकड़े जाते, तो मारा जाता विक्की : अगर लल्लू तिवारी व अन्य नहीं पकड़े जाते, तो गैंगवार में और एक लाश गिर गयी होती. लल्लू तिवारी जेल में बंद अजय यादव के इशारे पर लोथा गोप गिरोह के सदस्य विक्की की हत्या करने के लिए बांसघाट इलाके में जुटे थे. विक्की ने पूर्व में अजय यादव पर जानलेवा हमला किया था, जिसमें वह बाल-बाल बच गया था. इस मामले में विक्की जेल में था और हाल में ही बाहर निकला था. एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तार अपराधी कई घटनाओं में शामिल रहे हैं.