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पटना : बिना सुपरविजन किये नाबालिग के केस में कर दी गयी चार्जशीट
पटना : नाबालिग युवक के खिलाफ दर्ज अगमकुआं में दो केसों में पुलिस ने बिना डीएसपी के सुपरविजन किये ही चार्जशीट कर दी है. यह सारा खेल अनुसंधानकर्ता का है. यह बात सामने आ चुकी है और अनुसंधानकर्ता पर गाज गिरनी तय है. अगमकुआं थाने में केस संख्या 191 /18 व 192 /18 दर्ज हैं. […]
पटना : नाबालिग युवक के खिलाफ दर्ज अगमकुआं में दो केसों में पुलिस ने बिना डीएसपी के सुपरविजन किये ही चार्जशीट कर दी है. यह सारा खेल अनुसंधानकर्ता का है.
यह बात सामने आ चुकी है और अनुसंधानकर्ता पर गाज गिरनी तय है. अगमकुआं थाने में केस संख्या 191 /18 व 192 /18 दर्ज हैं. जबकि बाईपास थाने में केस संख्या 87 /18 दर्ज हैं. पुलिस के नियमों के अनुसार जिन धाराओं में केस दर्ज किया गया है, उसमें डीएसपी द्वारा सुपरविजन आवश्यक है. डीएसपी अपने सुपरविजन में केस से संबंधित साक्ष्य जुटाने का निर्देश देते हैं. इसके बाद एसपी की अनुमति लेकर चार्जशीट होती है.
सूत्रों के अनुसार जांच के क्रम में यह पाया गया है कि उक्त युवक नाबालिग है. उसके परिजनों द्वारा प्रस्तुत किये गये आधार कार्ड व फोटो के बीच प्रथम दृष्टया स्पष्ट हो चुका है कि उक्त युवक नाबालिग है और उसे बालिग बना कर जेल भेजा गया है. साथ ही जांच में यह बात भी आ चुकी है कि उक्त सब्जी विक्रेता से तीन-चार सिपाही हमेशा ही फ्री में सब्जी ले जाते थे. उन सिपाहियों के नाम भी सामने आ चुके है और अब उनकी संलिप्तता के संबंध में सत्यापन किया जा रहा है.
आईजी व एसएसपी ने परिजनों से की पूछताछ
पटना. फ्री में सब्जी न देने के कारण नाबालिग को केस में फंसा कर जेल भेजने के आरोप के मामले में जांच के आदेश के बाद शुक्रवार को जोनल आइजी नैय्यर हसनैन खां व एसएसपी मनु महाराज महात्मा गांधी नगर स्थित नाबालिग के घर पहुंचे, जहां दोनों अधिकारियों ने नाबालिग के परिजनों से पूछताछ की. सारे मामले की जानकारी ली. जोनल आईजी व एसएसपी ने परिजनों को आश्वासन दिया कि उनके साथ इंसाफ होगा. इधर बेऊर जेल में बंद युवक से पूछताछ के लिए कोर्ट से अनुरोध किया गया है.साथ ही अगमकुआं व बाईपास थाने के पुलिसकर्मियों के भी बयान लिये गये.
बताया जाता है कि जोनल आईजी को अपने स्तर पर जांच कर रिपोर्ट दो दिनों के अंदर सीएम को सौंपना है. शनिवार को दो दिन पूरे हो जायेंगे और जोनल आईजी अपनी रिपोर्ट को सौंप देंगे. इसके पूर्व नाबालिग के पिता सुखल पासवान व मां ज्ञांती देवी आईजी कार्यालय भी गयी थी.
जोनल आईजी नैय्यर हसनैन खां ने बताया कि परिजनों के साथ ही पुलिसकर्मियों के भी बयान लिये गये हैं. जेल में बंद युवक से भी पूछताछ की गयी है. जांच चल रही है. शनिवार तक जांच पूरी हो जायेगी और रिपोर्ट सौंप दी जायेगी.
क्या-क्या बताया परिजनों ने
परिजनों ने जोनल आईजी को बताया कि उनके बेटे को घर से गिरफ्तार किया है. लेकिन, गिरफ्तारी दूसरे जगह की दिखायी गयी है.
नाबालिग की मां ज्ञांती देवी ने बताया कि उनके बेटे को जेल भेज दिया गया और उन्होंने राज्यपाल तक से इंसाफ की गुहार लगायी थी. उन्होंने बताया कि 19 मार्च की शाम पत्रकार नगर थाने की पुलिस मेरे घर पर आयी और बेटे का नाम पूछा. वह जब पुलिस के सामने आया, तो उसे जबरन जीप पर बैठा कर पुलिस चली गयी. जिस समय यह घटना हुई उस समय महात्मा गांधी नगर चौक पर सब्जी बेच रही थी.
इसके बाद जानकारी मिली कि उसे अगमकुअां व बाईपास थाने के केस में आरोपित बना दिया गया है और जेल भेज दिया गया है. ज्ञांती देवी ने बताया कि उसके बेटे की उम्र 14 साल है और उसका पहले से कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है. साथ ही बच्चे का आधार कार्ड भी परिजनों ने आईजी के समक्ष प्रस्तुत किया.
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