पटना : पेसू क्षेत्र के अधिकतर ओवर लोडेड पावर सब स्टेशन व फीडरों की क्षमता बढ़ायी गयी है. इससे लोड शेडिंग और ब्रेक डाउन की समस्या से निजात मिली है, लेकिन पेसू क्षेत्र के अधिकतर डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफॉर्मर ओवर लोडेड हैं. इस कारण बिजली गुल होनी की समस्या बनी हुई है.पेसू प्रशासन ने ओवर लोडेड ट्रांसफॉर्मर या अतिरिक्त ट्रांसफॉर्मर लगाने की योजना बनायी थी, लेकिन योजना पूरा नहीं हो सकी. अब पेसू क्षेत्र के मेंटेनेंस को लेकर आरएपीडीआरपी एजेंसी का चयन किया गया है. एजेंसी ने 315 केवीए के 25 ट्रांसफॉर्मर लाये हैं,जो पेसू(पश्चिमी) के क्षेत्रों में लगाये जायेंगे.
बढ़ेगी ट्रांसफॉर्मरों की क्षमता : पेसू (पश्चिमी) के डाकबंगला, पाटलिपुत्र, गर्दनीबाग और दानापुर प्रमंडलों मेंट्रांसफॉर्मरों की क्षमता बढ़ायी जायेगी. इसको लेकर प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता स्थान बतायेंगे. चयनित एजेंसी उन स्थानों पर 200 केवीए की जगह 315 केवीए का ट्रांसफॉर्मर लगायेंगे.
गरमी में बढ़ जाता है लोड .पेसू क्षेत्र के अधिकतर ट्रांसफॉर्मर 200 केवीए के हैं, जिससे 160 किलोवाट तक का कनेक्शन देने का प्रावधान है. पेसू क्षेत्र में अमूमन घरेलू कनेक्शन दो किलोवाट से लेकर पांच किलोवाट तक होते हैं. इससे एक ट्रांसफॉर्मर पर 90 से 100 कनेक्शन दिया जाता है, लेकिन गरमी बढ़ते ही दो किलोवाट स्वीकृत कनेक्शन वाले भी चार से पांच किलोवाट तक बिजली उपयोग करना शुरू कर दते हैं, जिससे ट्रांसफॉर्मर का फ्यूज जलने और फेज उड़ने की समस्या बढ़ जाती है. इसको लेकर ही 315 केवीए का ट्रांसफॉर्मर लगाया जा रहा है,ताकि 252 किलोवाट उपयोग करने की क्षमता हो सके.