बालू व गिट्टी लोड ट्रकों के कारण भयंकर जाम से लोग रहते हैं परेशान
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गांधी सेतु को जाम से बचाने की कवायद
बालू व गिट्टी लोड ट्रकों के कारण भयंकर जाम से लोग रहते हैं परेशान पटना : रेलवे रोल ऑन/रोल ऑफ (आरओ-आरओ) सेवा फिर से शुरू करने जा रहा है. दरअसल उत्तर बिहार जाने वाली गाड़ियां गांधी सेतु होते हुए आती-जाती हैं. इनमें बड़ी संख्या में ट्रक होते हैं, जिन पर बालू व गिट्टी लोड होते […]
पटना : रेलवे रोल ऑन/रोल ऑफ (आरओ-आरओ) सेवा फिर से शुरू करने जा रहा है. दरअसल उत्तर बिहार जाने वाली गाड़ियां गांधी सेतु होते हुए आती-जाती हैं. इनमें बड़ी संख्या में ट्रक होते हैं, जिन पर बालू व गिट्टी लोड होते हैं. इन ट्रकों की वजह से गांधी सेतु के साथ-साथ न्यू बाइपास, जीरो माइल-फतुहा रोड, पटना-गया रोड पर रोजाना भयंकर जाम की समस्या रहती है. इन समस्याओं को देखते हुए पटना ट्रैफिक एसी ने दानापुर रेलमंडल प्रशासन को आरओ-आरओ सेवा शुरू करने का प्रस्ताव दिया है.
ट्रैफिक एसी के प्रस्ताव को गंभीरता से लेते हुए मंडल डीआरएम ने इस सेवा को शुरू करने की अनुमति रेलवे बोर्ड से मांगी है. डीआरएम रंजन प्रकाश ठाकुर ने बताया कि पहले आरओ-आरओ सेवा की शुरुआत की गयी थी, जिसका रिस्पांस भी बेहतर था. अब फिर से आरओ-आरओ सेवा शुरू करने की अनुमति पूर्व मध्य रेल के माध्यम से रेलवे बोर्ड से मांगी गयी है. इसके तहत ट्रेन करीब 88 किलोमीटर की दूरी तय कर पाटलिपुत्र जंक्शन होकर दीघा ब्रिज के रास्ते गंगा पार जायेगी.
क्या है आरओ-आरओ सेवा
गिट्टी, बालू, सीमेंट या फिर अन्य सामग्रियों से भरे ट्रक को सीधे उत्तर बिहार के मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, दरभंगा, मोतिहारी, बेतिया, रक्सौल आदि जगह जाना है. इन जगहों पर जाने के लिए गांधी सेतु पार करना पड़ता है.
रेलवे के आरओ-आरओ सेवा के माध्यम से इन ट्रकों को वैगन के माध्यम से गंतव्य स्टेशन तक पहुंचाया जायेगा, ताकि न्यू बाईपास या फिर गांधी सेतु पार नहीं करना पड़े. इस सेवा से रेलवे को भाड़े के रूप राजस्व और व्यापारियों को कम समय में ट्रक मिल जायेंगे.
दो स्टेशनों से शुरू की गयी थी सेवा
ढाई-तीन वर्ष पहले दानापुर रेलमंडल क्षेत्र के बिहटा स्टेशन से आरओ-आरओ सेवा की शुरुआत की गयी थी. इस सेवा के तहत लोडेड ट्रक को बैगन में लोड कर गंतव्य स्टेशन तक पहुंचाया जा रहा था. इससे गांधी सेतु पर सीमेंट, बालू, गिट्टी लोडेड ट्रकों की संख्या काफी कम हो गयी थी. इस सेवा की सफलता को देखते हुए पूर्व मध्य रेल प्रशासन ने बिहटा के बाद दानापुर स्टेशन से भी शुरुआत की. लेकिन, साल भर के भीतर ही सेवा बंद कर दी गयी. इससे ट्रकों का लोड गांधी सेतु पर बढ़ गया और फिर जाम की समस्या बनने लगी.
वर्ष 2016 में शुरू की गयी थी यह सेवा
25 मई, 2016 को बिहटा व मुजफ्फरपुर के तुर्की के बीच आरओ-आरओ सेवा की शुरुआत की गयी थी.
व्यापारियों की मांग पर तीन जुलाई, 2016 से इसकी शुरुआत बिहटा के बदले दानापुर से की गयी. रेलवे की यह सेवा एक वर्ष तक चली. इसके बाद सेवा समाप्त कर दी गयी,जो अब तक चालू नहीं की जा सकी है.
सामग्री सहित ट्रक का किराया
15 टन तक के सामग्री वाले ट्रक का किराया 3600 रुपये
डेवलमेंट सरचार्ज(5 प्रतिशत की दर से) 180 रुपये
दीघा ब्रिज सरचार्ज (10 रुपये प्रति टन) 150 रुपये
सेवा कर (4.5 प्रतिशत की दर से) 177 रुपये
कुल किराया 4107 रुपये
सामग्री रहित ट्रक का किराया
खाली ट्रक किराया(औसत वजन 6 टन) 2500 रुपये
डेवलमेंट सरचार्ज(5 प्रतिशत की दर से) 125 रुपये
दीघा ब्रिज सरचार्ज (10 रूपए प्रति टन) 60 रुपये
सेवा कर (4.5 प्रतिशत की दर से) 121 रुपये
कुल किराया 2806 रुपये
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