मोकामा : मोकामा दियारा में किसानों को हाईब्रीड मक्के के नये प्रभेदों का प्रशिक्षण नहीं मिल सका. इसको लेकर मक्के की खेती बिगड़ गयी. किसानों ने रिकॉर्ड उपज के लिए भरपूर मेहनत भी की, लेकिन उनकी मेहनत बेकार साबित हुई. कसहा पंचायत के किसानों का कहना है कि बेगूसराय, बीहट व मोकामा बाजार से हाईब्रीड बीज खरीदा था . इनमें मेनसेेंंटो, जेके, पायोनियर आदि कंपनियों के बीज की कीमत 1500–2000 रुपये प्रति किलो थी. महंगे बीज के साथ फसल लगाने की तैयारी में खाद व दवा पर भी हजारों रुपये खर्च किये गये, लेकिन अब किसान ठगा महसूस कर रहे हैं.
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हाईब्रिड खेती का नहीं मिल सका प्रशिक्षण
मोकामा : मोकामा दियारा में किसानों को हाईब्रीड मक्के के नये प्रभेदों का प्रशिक्षण नहीं मिल सका. इसको लेकर मक्के की खेती बिगड़ गयी. किसानों ने रिकॉर्ड उपज के लिए भरपूर मेहनत भी की, लेकिन उनकी मेहनत बेकार साबित हुई. कसहा पंचायत के किसानों का कहना है कि बेगूसराय, बीहट व मोकामा बाजार से हाईब्रीड […]
दुकानदार झाड़ रहे हैं पल्ला
इधर, किसानों को बीज उपलब्ध कराने वाला दुकानदार पल्ला झाड़ रहा है. विनोद निषाद, टुनटुन सिंह निषाद आदि ने बताया कि किसानों को मक्के के नये प्रभेद की बुआई के समय की जानकारी नहीं थी, जिसको लेकर किसानों ने परंपरागत तरीके से मक्के की बुआई कर दी. समय के अंतराल पर पौधे का विकास भी होता रहा. पौधे में समय पर बालियां भी लगीं, जिसको लेकर किसानों को खेती बिगड़ने का अंदाजा नहीं लग सका.
अचानक उत्पादन शून्य होने पर किसान बेचैन हो गये. अब दुकानदारों से शिकायत करने पर वे मौसम अनुकूल नहीं होने की बात कह रहे हैं. किसानों का आरोप है कि गलत बीज देकर उन्हें गुमराह किया गया. दुकानदारों को बीज खरीदने पर रसीद भी नहीं दी गयी. इस कारण किसान कानून का सहारा नहीं ले पा रहे हैं. किसानों ने इस मामले में उच्चस्तरीय जांच कर जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की मांग की है.
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