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Friday, March 29, 2024

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सब्जी पैदावार में बिहार बना अव्वल, पिछले वर्ष की तुलना में 6.9 फीसदी का ग्रोथ

2015-16 में 142.42 तो 2016-17 में 143.62 लाख टन सब्जी का उत्पादन पटना : राज्य में आर्थिक समृद्धि का असर कृषि, उद्यम, ऊर्जा, आधारभूत संरचना समेत अन्य सभी महत्वपूर्ण क्षेत्रों में देखने को मिला है. आर्थिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट में यह बात सामने आयी है कि कृषि के क्षेत्र में पिछले वर्ष की तुलना में […]

2015-16 में 142.42 तो 2016-17 में 143.62 लाख टन सब्जी का उत्पादन
पटना : राज्य में आर्थिक समृद्धि का असर कृषि, उद्यम, ऊर्जा, आधारभूत संरचना समेत अन्य सभी महत्वपूर्ण क्षेत्रों में देखने को मिला है. आर्थिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट में यह बात सामने आयी है कि कृषि के क्षेत्र में पिछले वर्ष की तुलना में 6.9 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की गयी है. देश में सब्जी उत्पादन में बिहार अव्वल स्थान पर पहुंच गया है. 2015-16 में जहां 142.42 लाख टन सब्जी का उत्पादन होता था, जो 2016-17 में बढ़कर 143.62 लाख टन पहुंच गया. यहां से बड़ी मात्रा से सब्जी दूसरे स्थानों पर भेजी जाने लगी हैं.
2016-17 में फलों की खेती का कुल क्षेत्रफल 2.89 लाख हेक्टेयर और कुल उत्पाद 40.98 लाख टन था. चावल के उत्पादन में एक साल में 21.10 प्रतिशत और गेहूं के उत्पादन में 26.40 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गयी है.
मक्का उत्पादन में 52.80 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. दलहन में 2011-12 के दौरान 173.64 लाख टन उत्पादन हुआ था, जो 2016-17 में बढ़ कर 180.99 लाख टन हो गया.
इसी तरह दूध उत्पादन 2012-13 में 68.45 लाख लीटर से बढ़ कर 2016-17 में 87.10 लाख लीटर हो गया. इसमें 27.20 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. अंडा उत्पादन में 32.80 प्रतिशत की ग्रोथ दर्ज हुई है. वर्तमान में यह संख्या बढ़ कर 111.17 करोड़ पहुंच गयी है.
आर्थिक सर्वे की रिपोर्ट में हुआ खुलासा
पटना, मुंगेर और बेगुसराय सबसे विकसित जिले, तो मधेपुरा, सुपौल और शिवहर जिले विकास दर में सबसे नीचे
प्रति 100 किमी सड़क घनत्व के मामले में बिहार का स्थान देश में तीसरा, 218.8 किमी यहां है सड़क घनत्व
2016-17 के दौरान ऊर्जा की उपलब्धता 3769 मेगावाट, 2018-19 तक यह बढ़कर हो जायेगी 5563 मेगावाट
चावल-गेहूं से लेकर दूध और अंडा उत्पादन भी राज्य में बढ़ा
अभी पीडीएस से हो रहा 100% अनाजों का उठाव
राज्य में जन वितरण प्रणाली योजना के तहत केंद्र से मिलने वाला पूरा आवंटन का उठाव हो रहा और इसे बांटा जा रहा है. 2013-14 में 10.60 लाख टन गेहूं का वितरण 2013-14 में दोगुना होकर 21.60 लाख टन पहुंच गया. चावल वितरण भी 13.40 लाख टन से बढ़ कर 32.50 लाख टन पहुंच गया. चावल में 143 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है.
सड़क घनत्व में तीसरे स्थान पर बिहार: सड़क घनत्व के मामले में बिहारका स्थान देश में तीसरा है. यह प्रति 100 वर्ग किमी क्षेत्र में 218.8 किमी है. जबकि राष्ट्रीय औसत 139.10 किमी का है. पहले नंबर पर केरल है, जहां यह औसत 501.50 किमी और दूसरे नंबर पर पश्चिम बंगाल 333.50 किमी के औसत के साथ है.
गाड़ी व मोबाइल की संख्या बढ़ी: बिहार में 2011-12 से 2016-17 की तुलना में वाहनों के सालाना ग्रोथ रेट में 11.90 % की बढ़ोतरी दर्ज की गयी है. इसी तरह टेलीफोन या मोबाइल की संख्या 2001 में जहां महज 10 लाख थी, यह 2017 में बढ़ कर 8.49 करोड़ हो गया. टेली घनत्व 2001 में 1.2 % से बढ़ कर 61 % हो गया.
प्राथमिक, माध्यमिक और तृतीयक क्षेत्र के उद्यम को मिला कर 9.8 % का ग्रोथ दर्ज किया गया है. 2014-15 में मौजूद 3530 फैक्ट्री में 2942 फैक्ट्री चालू हैं. 11 चीनी मिलों में 5.71 करोड़ क्विंटल गन्ना की पेराई करके 52.48 लाख क्विंटल चीनी उत्पादन हुआ.
बिहार में 2016-17 में 3769 मेगावाट बिजली की उपलब्धता है. इसमें पिछले छह साल के दौरान 120 प्रतिशत का ग्रोथ हुआ है. पीक ऑवर (शीर्ष समय) के दौरान 2016-17 के दौरान बिजली की कुल मांग में 14 फीसदी की कमी दर्ज की गयी है.
मानकों के आधार पर टॉप-3 श्रेष्ठ और फिसड्डी जिले
मानक श्रेष्ठ 3 जिले पिछड़े 3 जिले
सकल घरेलू उत्पाद पटना, मुंगेर और बेगूसराय मधेपुरा, सुपौल और शिवहर
पेट्रोल एवं डीजल खपत पटना, मुजफ्फरपुर और प.चंपारण शिवहर, अरवल और शेखपुरा
एलपीजी पटना, मुजफ्फरपुर और प.चंपारण शिवहर, अरवल और शेखपुरा
छोटी बचत योजनाएं पटना, सारण और नालंदा किशनगंज, अररिया और खगड़िया
शहरीकरण पटना, मुंगेर और भागलपुर मधुबनी, मधेपुरा और शिवहर
शौचालय निर्माण सीतामढ़ी, दरभंगा और भोजपुर अरवल, लखीसराय व किशनगंज
वाहनों की संख्या पटना, मुजफ्फरपुर और दरभंगा लखीसराय, शेखपुरा और शिवहर
तीन विकसित और तीन पिछड़े जिले :
राज्य में प्रति व्यक्ति आय के आधार पर तीन जिले पटना, मुंगेर और बेगूसराय कापी विकसित हैं तो तीन जिले मधेपुरा, सुपौल और शिवहर सबसे पिछड़े हैं. पटना के लोगों का प्रति व्यक्ति आय सबसे ज्यादा है. मुंगेर के लोगों की प्रति व्यक्ति आय शिवहर से तीन गुणा ज्यादा है.
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