प्री मेडिकल परीक्षा में दूसरे की जगह बैठा था
कोचिंग संचालक को अपने साथ खंडवा ले गयी टीम, होगी पूछताछ
पटना सिटी : बहादुरपुर थाना क्षेत्र के बाजार समिति स्थित कोचिंग संचालक विनय कुमार आनंद को सीबीआई की टीम ने गिरफ्तार किया है. दरअसल मामला यह है कि कोचिंग संचालक विनय कुमार आनंद नीलकठेंश्वर कॉलेज खंडवा में वर्ष 2004 में प्री मेडिकल परीक्षा में शिशुपाल सिंह की जगह पर खुद शामिल हुआ था. इसमें उसकी गिरफ्तारी हुई थी. हालांकि, विनय ने 2004 में ही न्यायालय से जमानत ले लिया था, लेकिन कोर्ट में सुनवाई में वह फरार चल रहा था.
बहादुरपुर थाना पुलिस ने बताया कि विनय ने घर का पता भी गलत बता दिया था. पटना की जगह मधुबनी घर का पता बताया था. इसी बीच वर्ष 2015 में सीबीआई को जांच के लिए यह मामला मिला. उधर, कोर्ट की ओर से शिशुपाल सिंह को पांच वर्ष की सजा सुनायी गयी थी. इधर, आरोपित कोचिंग संचालक विनय ट्रायल में उपस्थित नहीं हो रहा था. इसके बाद न्यायालय ने वारंट निर्गत कर दिया था.
इसी बीच सीबीआई के इंस्पेक्टर पीके पांडे के नेतृत्व में टीम दो दिनों से पटना में थी. टीम को सूचना मिली कि विनय बाजार समिति में कोचिंग चलाता है. इसी सूचना के बाद बहादुरपुर थाना पुलिस की मदद से उसे गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार कोचिंग संचालक को सीबीआई की टीम ने गायघाट स्थित व्यवहार न्यायालय में एसीजेएम ख्याति सिंह की कोर्ट में पेश कर ट्रांजिट रिमांड का आदेश ले अपने साथ खंडवा ले गयी. पुलिस ने बताया कि खंडवा कोतवाली में मामला दर्ज है, जिसमें उक्त कार्रवाई की गयी है. मध्य प्रदेश के चर्चित व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापम) घोटाले से कोचिंग संचालक की गिरफ्तारी के तार जुड़े हैं.
सीबीआई के इंस्पेक्टर एमके पांडे भी कहते हैं कि पकड़ा गया कोचिंग संचालक विनय कमार आनंद दूसरे छात्र के बदले परीक्षा में बैठा था,जिसमें उसकी गिरफ्तारी हुई थी, लेकिन जमानत पर छूट गया था. टीम से जुड़े लोगों ने बताया कि इस चर्चित घोटाले की जांच का दायित्व सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सीबीआई को मिला है. इसी कड़ी में सीबीआई की टीम ने कोचिंग संचालक को गिरफ्तार किया. कोचिंग संचालक से पूछताछ में इस मामले में और खुलासा हो सकता है. मध्यप्रदेश पुलिस वहां कोचिंग संचालक से पूछताछ कर और राज उजागर करेगी.