Advertisement
बिहार : 1700 बेडों की होगी पीएमसीएच की नयी इमरजेंसी
पांच हजार बेडों का नया हॉस्पिटल बनाने की कवायद इस वित्तीय वर्ष से होगी शुरू पहले फेज के निर्माण कार्य को लेकर बैठक पटना : पीएमसीएच का इमरजेंसी अब 1700 बेड का होगा. नये इमरजेंसी के लिए चिह्नित जगह पर भवन बनाने का काम इस वित्तीय वर्ष में शुरू कर दिया जायेगा. ट्रायज व आसपास […]
पांच हजार बेडों का नया हॉस्पिटल बनाने की कवायद इस वित्तीय वर्ष से होगी शुरू
पहले फेज के निर्माण कार्य को लेकर बैठक
पटना : पीएमसीएच का इमरजेंसी अब 1700 बेड का होगा. नये इमरजेंसी के लिए चिह्नित जगह पर भवन बनाने का काम इस वित्तीय वर्ष में शुरू कर दिया जायेगा. ट्रायज व आसपास के बिल्डिंग को तोड़ नये भवन का निर्माण कराया जायेगा. दरअसल पीएमसीएच को विश्वस्तरीय अस्पताल बनाने को तीन फेज में शुरू होने वाले निर्माण कार्य को लेकर पीएमसीएच प्रिंसिपल कार्यालय में डॉ विजय कुमार गुप्ता की देख रेख में एक बैठक आयोजित हुई. जानकारी देते हुए प्रिंसिपल ने बताया कि पहले फेज में 1700 बेड का इमरजेंसी बनाने का काम शुरू होगा.
एक छत के नीचे सभी सुविधाएं : नया इमरजेंसी भवन जहां 1700 बेड का होगा वहीं दूसरी ओर उस बिल्डिंग के नीचे सभी तरह की इमरजेंसी सुविधाएं रहेंगी. गंभीर मरीजों के इलाज के अलावा उस बिल्डिंग में एक्सरे, एमआरआई, सिटी स्कैन सहित सभी तरह के रेडियोलॉजी संबंधी सुविधाएं होंगी.
बिल्डिंग में ही 90 आउट डोर चेंबर होंगे. उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य के दौरान मेडिसिन, गायनी, सर्जरी आदि विभागों में भर्ती मरीजों को परेशानी नहीं हो इसके लिए अलग से बेड सुरक्षित रहेंगे. बैठक में पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ दीपक टंडन, सभी विभागाध्यक्ष, रेडियोलॉजिस्ट, मेडिसिन आदि विभागों के सीनियर डॉक्टर मौजूद थे. गौरतलब है कि राज्य सरकार पीएमसीएच में 5 हजार बेड का नया हॉस्पिटल बनाने की स्वीकृति दे चुकी है.
टीबी की बीमारी से जूझ रहे मरीजों के लिए राहत भरी खबर है. स्वास्थ्य विभाग इसी माह से टीबी वैन की सुविधा शुरू करने जा रही है. यह वैन मरीजों के घर जायेगी और उनका नि:शुल्क इलाज करेगी. वहीं अगर लगेगा मरीज की हालत गंभीर है तो उसे पटना के पीएमसीएच या फिर आईजीआईएमएस अस्पताल में लाकर भर्ती कराया जायेगा. यह कहना है स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे का. दरअसल आर ब्लॉक स्थित एक होटल में टीबी संदेश अभियान का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे, बिहार ड्रगिस्ट एवं केमिस्ट एसोसिएशन के सचिव संतोष कुमार, टीवी व फिल्म कलाकार राजेश कुमार व रीच के पंकज सिंह बघेल ने किया.
अपने उद्घाटन भाषण में मंत्री ने कहा कि जिस तरह भारत से पोलियो खत्म हुआ उसी तरह अब टीबी भी जड़ से खत्म होगी. केंद्र सरकार ने 2025 तक भारत से टीबी खत्म करने का लक्ष्य बनाया है. वहीं दवा एसोसिएशन के सचिव संतोष कुमार ने कहा कि बिहार में टीबी मरीजों की पहचान सही मायने में ठीक से नहीं हो पाती है. अगर मरीजों की पहचान तेजी से हो तो बिहार से यह बीमारी जड़ से खत्म हो जायेगी.
वैन कैसे करेगी काम
स्टेट टीबी ऑफिसर डॉ केएन सहाय व पंकज सिंह बघेल ने कहा कि टीबी वैन हैदराबाद से चल दी है. पटना पहुंचने के बाद इसे इस महीने से ही शुरू कर दी जायेगी. पंकज सिंह ने कहा कि वैन में टेक्निशियन, काउंसिलर, टीबी केंद्र के एसटीएस कर्मी रहेंगे, साथ ही वैन में सीबीनेट मशीन भी रहेगी, जिससे मरीजों की जांच की जायेगी.
संबंधित जिलों के काउंसिलर मरीज का डाटा पटना केंद्र को भेजेंगे, इसके बाद यहां से वैन उस मरीज के घर जाकर जायेगी. इसके बाद इलाज किया जायेगा. मौके पर फिल्म कलाकार राजेश कुमार ने कहा कि बीमारी को दूर करने के लिए उन्होंने वीडियो डॉक्यूमेंट्री बनायी है, इसका वीडियो स्क्रीनिंग वैन में रहेगी जो लोगों को जागरूक करेगी.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement