कोर्ट की डांट के बाद पुलिस खोजने में थी परेशान
पटना : शहर के बोरिंग रोड स्थित कोचिंग सेंटर से 12 अप्रैल को संदिग्ध परिस्थिति में अगवा हुई नाबालिग छात्रा (16) को पटना पुलिस ने जयपुर से बरामद कर लिया. पुलिस ने इस मामले में उसके प्रेमी कोचिंग संचालक धर्मेद्र प्रताप सिंह (38) को भी गिरफ्तार कर लिया है. छात्रा को परिजनों के हवाले कर दिया गया, वहीं कोचिंग संचालक को जेल भेज दिया गया है.
दोनों ने पुलिस को बताया है कि उनलोगों ने पटना से जयपुर पहुंचने के पहले हरिद्वार में शादी कर ली थी. इसके लिए कोचिंग संचालक ने पहले से ही तैयारी कर ली थी और उसने जयपुर के एक स्कूल में शिक्षक की नौकरी भी खोज ली थी. मालूम हो कि धर्मेद्र प्रताप सिंह व जीतेंद्र सिंह बोरिंग रोड में सॉल्यूशन प्लस टू नाम से कोचिंग चला रहे थे और उक्त छात्रा उसी में पढ़ने जाती थी. आरोपित धर्मेद्र रूपसपुर के कालीकेत नगर का रहनेवाला है.
पाटलिपुत्र थाने में दर्ज की गयी थी प्राथमिकी : गौरतलब है कि अथक प्रयास व न्यायालय की शरण में जाने के बाद मां के बयान पर दो मई को अपहरण की प्राथमिकी पाटलिपुत्र थाने में दर्ज की गयी थी. छात्रा की मां ने पटना हाइकोर्ट में इस संबंध में एक याचिका दायर की थी.
इस मामले की तहकीकात कोर्ट द्वारा की जा रही थी और इसमें पुलिस के वरीय अधिकारियों की भी कई बार पेशी हो चुकी थी. मामला गंभीर होने के कारण एसएसपी मनु महाराज के निर्देश पर पुलिस ने अनुसंधान शुरू किया, तो पता चला कि दोनों जयपुर में हैं. इसके बाद पाटलिपुत्र पुलिस की टीम जयपुर पहुंची और दोनों को गिरफ्तार कर लिया. डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर ममता कल्याणी ने बताया कि दोनों को पटना लाया गया है.