पटना : हर एक संस्थान का अपना एक यूनीफॉर्म होता है. यही यूनीफॉर्म उस संस्थान की पहचान भी होती है. महिला कॉलेजों में छात्राओं के लिए बनाये गये यूनीफॉर्म रूल्स को फॉलो नहीं किये जाने पर कॉलेज प्रशासन ने सख्त कदम उठाने का फैसला किया है. जेडी वीमेंस कॉलेज में सुविधा और सुरक्षा को देखते हुए छात्राएं कॉलेज के नियमों का पालन करें, इसके लिए कॉलेज प्रशासन की ओर से सख्त नियम अपनाने की बात कही गयी है. छात्राओं को ड्रेस कोड फॉलो करने का निर्देश कई बार दिये जाने के बावजूद पालन नहीं किये जाने पर कॉलेज प्रशासन ने यह कदम उठाया है. वैसे तो सिर्फ जेडी वीमेंस कॉलेज ही नहीं सारे महिला कॉलेज इस बात को लेकर सख्त कदम उठा रहे हैं. हर कॉलेज का अपना ड्रेस कोड है, जिसे हर कॉलेज की छात्राओं को पहनना अनिवार्य होता है.
हर कॉलेज का अपना है ड्रेस कोड
अरविंद महिला कॉलेज में छात्राओं को ब्लू कमीज, गुलाबी सलवार और दुपट्टा पहनना होता है. जेडी वीमेंस कॉलेज में इंटर से लेकर पार्ट थर्ड तक छात्राओं को सफेद सलवार, सफेद दुपट्टा और मैरून कुर्ती, जबकि पीजी की छात्राओं के लिए सफेद सलवार, सफेद कुर्ता और मैरून लहेरिया दुपट्टा पहनना होता है. वहीं, इस बार मैनेजमेंट की छात्राओं के लिए पर्पल शर्ट और पैंट ड्रेस कोड के तौर पर लगाया गया है. गंगा देवी कॉलेज में पार्ट थर्ड तक सफेद दुपट्टा, सफेद सलवार और ब्राउन कुर्ती पहनना होता है. मगध महिला कॉलेज में छात्राओं को ड्रेस कोड में सलवार कमीज के ऊपर एप्रन पहनना होता है. हर डिपार्टमेंट का अलग कलर का एप्रन होता है. पटना वीमेंस कॉलेज में भी ड्रेस कोड निर्धारित है.
कॉलेज के गेट पर खड़े गार्ड कर रहे निगरानी
जेडी वीमेंस कॉलेज में कॉलेज प्रशासन की ओर से गार्ड तैनात किया गया है. दोनों गार्ड को कड़ी हिदायत दी गयी है कि यूनिफॉर्म में नहीं रहनेवाली छात्राओं को कॉलेज में घुसने न दे. अगर किसी भी कारण कोई छात्रा कॉलेज के अंदर आ भी जाती है, तो कॉलेज के शिक्षक भी इस बात का काफी ख्याल रखते है कि उन्हें वापस भेज दिया जाये. अभी हाल में प्रभारी प्राचार्या डॉ शशि सिंह ने नोटिस जारी किया है, जिसमें बिना ड्रेस के कॉलेज आनेवाली छात्राओं को पकड़े जाने पर चालान काटा जायेगा. चालान 100 रुपये का होगा, जिसे छात्राओं को कॉलेज के बैंक में जमा करना होगा.
जब कॉलेज की प्राचार्या डॉ शशि सिंह से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि किसी भी कॉलेज की पहचान उसकी छात्राओं की ड्रेस से होती है. ऐसे में ड्रेस के लिए छात्राओं में जागरूकता लाने के लिए कॉलेज प्रशासन द्वारा सख्ती बरती जा रही है, ताकि कॉलेज के नियमों का पालन होता रहे.