Advertisement
तमिलनाडु, झारखंड़, पश्चिम बंगाल का गिरोह है सक्रिय
राजधानी में कई घटनाओं को दे चुके हैं अंजाम नितिश पटना : पटना में कई राज्यों के आपराधिक गिरोह सक्रिय हैं. तमिलनाडु का गिरोह पटना में अपराध की घटना को अंजाम देता है और लाखों रुपया जमा कर वापस तमिलनाडु लौट जाता है. जब मामला ठंडा पड़ जाता है, तो फिर से यह गिरोह पटना […]
राजधानी में कई घटनाओं को दे चुके हैं अंजाम
नितिश
पटना : पटना में कई राज्यों के आपराधिक गिरोह सक्रिय हैं. तमिलनाडु का गिरोह पटना में अपराध की घटना को अंजाम देता है और लाखों रुपया जमा कर वापस तमिलनाडु लौट जाता है.
जब मामला ठंडा पड़ जाता है, तो फिर से यह गिरोह पटना आता है और उसी तरह से अपराध की घटना को अंजाम देकर निकल जाता है. तमिलनाडु की तरह ही पश्चिम बंगाल, झारखंड़ के गिरोह भी सक्रिय हैं. गांधी मैदान पुलिस ने तमिलनाडु गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया था और तब इसका खुलासा हुआ था. हाल में बुद्ध मार्ग में गाड़ी का शीशा तोड़ कर पर्स निकाल कर हुई घटना इस बात का संकेत है कि तमिलनाडु का गिरोह एक बार फिर से पटना पहुंच चुका है और घटनाओं को अंजाम दे रहा है. यह गिरोह भीड़-भाड़ वालेइलाके मसलन कोतवाली, गांधी मैदान, बुद्धा कॉलोनी, श्रीकृष्णापुरी, पाटलिपुत्र आदि इलाके में ज्यादातर घटनाओं को अंजाम देते है.
सक्रिय है अन्य राज्यों के गिरोह भी
झारखंड : झारखंड का गिरोह घुमंतु होता है और ये लोग भी पटना में सक्रिय है. यह गिरोह बोलेरो या सूमो से निकलते हैं और किसी दुकान या घर में चोरी की घटना को अंजाम देते हैं. इसके बाद चोरी के सामान को ये लोग उसी गाड़ी में रख कर फरार हो जाते हैं. यह गिरोह किसी एक राज्य में ज्यादा दिन तक नहीं टिकते हैं. इस गिरोह को जब पटना पुलिस ने पकड़ा था तो पता चला कि ये लोग मुंबई, यूपी, मध्यप्रदेश, प बंगाल आदि कई राज्यों में चोरी की घटना को अंजाम दे चुके हैं.
पश्चिम बंगाल : यहां के गिरोह मूल रूप से जाली नोट व स्टांप को लेकर जुड़े हैं. नेपाल या बांग्लादेश से इन गिरोहों द्वारा जाली नोट या स्टांप मंगवाया जाता है और फिर उसे बिहार में सप्लाई करने के लिए आते हैं. जाली नोट की सप्लाई में पश्चिम बंगाल गिरोह के कई लोगों को पटना पुलिस पकड़ चुकी है.
किस तरह की घटनाओं को देते है अंजाम
सड़क पर मोबाइल से बात करते हुए जाने के क्रम में बाइकर्स द्वारा झपट्टा मार कर मोबाइल को छीन लेना
दस-दस के नोट को गिरा कर लालच देंगे और जब उसे उठाने के लिए नीचे उतरेंगे तो गाड़ी से लैपटॉप या मोबाइल लेकर भाग जाना
भीड़-भाड़ वाले जगहों पर तास के खेल में आपके पैसा दोगुना करने के नाम पर ठग लेना
पुलिस बन कर आगे लूटपाट की जानकारी देने की जानकारी देकर महिलाओं से गहने ले लेना
पुलिस बन कर चेकिंग करने के नाम पर पैसा व गहने ले लेना
टेंपो में चढ़ने के दौरान हाथ में रहे मोबाइल, गले में चेन या फिर पर्स को लेकर भाग जाना
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement