पटना : जम्मू व उत्तराखंड में होने वाली बर्फबारी के कारण शनिवार को बिहार के अधिकांश जिलों में कोल्ड-डे का प्रकोप रहा. शनिवार की सुबह में नॉर्थ बिहार सहित पटना में कोहरा रहा. 10 बजे के बाद जब धूप आयी, लेकिन धूप निकलने के बाद भी शीतलहर के कारण कनकनी से राहत नहीं मिली. मौसम […]
पटना : जम्मू व उत्तराखंड में होने वाली बर्फबारी के कारण शनिवार को बिहार के अधिकांश जिलों में कोल्ड-डे का प्रकोप रहा. शनिवार की सुबह में नॉर्थ बिहार सहित पटना में कोहरा रहा. 10 बजे के बाद जब धूप आयी, लेकिन धूप निकलने के बाद भी शीतलहर के कारण कनकनी से राहत नहीं मिली. मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक अगले 48 घंटे तक कोल्ड डे रहने की संभावना है. रविवार की सुबह में कोहरा व दिनभर कनकनी रहेगी. शनिवार को पटना का अधिकतम तापमान 15.8 जबकि न्यूनतम 6.6 डिग्री सेल्सियस रहा. वहीं भागलपुर में अधिकतम तापमान 14.5 तो न्यूनतम 4.0 डिग्री सेल्सियस रहा.
9 डिग्री के नीचे ही रहेगा न्यूनतम पारा : मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक बिहार का न्यूनतम व अधिकतम पारा 10 जनवरी तक गिरा रहेगा. पटना का अधिकतम तापमान 20 डिग्री और न्यूनतम पारा 9 डिग्री के नीचे रहेगा. 7 से 9 जनवरी तक पटना कोल्ड-डे की चपेट में रहेगा.
11.30 बजे उतरा पहला विमान, स्मूथ रहा एयर ट्रैफिक
शनिवार को पटना एयरपोर्ट पर विमानों के परिचालन की दशा ठीक दिखी. धुंध की कमी की वजह से सुबह द्श्यता की स्थिति ठीक थी और दोपहर 11.25 तक ही यह 1200 मीटर से ऊपर चली गई. उसी के साथ विमानों के उतरने का सिलसिला शुरू हुआ. गो एयर की बंगलुरू से आने वाली फ्लाइट G8272 सबसे पहले दोपहर 11.30 लैंड हुई. उसके 10 मिनट बाद स्पाइस जेट की फ्लाइट SJ831 लैंड हुई.
दोपहर 12:00 बजे उड़ा पहला विमान : दोपहर 12 बजे गो एयर की फ्लाइट G8273 पटना से बंगलुरु के लिए उड़ी. इसके पांच मिनट बाद स्पाइस जेट की फ्लाइट SJ867 बंगलुरु के लिए उड़ी. इसी के साथ विमानों के उड़ने उतरने का सिलसिला शुरू हुआ, जो रात दस बजे तक चलता रहा. इस दौरान कुछ विमान एक घंटे से 2 घंटे 50 मिनट तक देर से उड़े पर किसी को न तो डायवर्ट करने की जरूरत पड़ी, न रद्द करने की. विमानों के आने और निकलते जाने के कारण लाइन में या टर्मिनल भवन के भीतर यात्रियों की अधिक भीड़ नहीं दिखी और सब कुछ सहजतापूर्वक चलता रहा.
ट्रेनें लेट, खान-पान में भी हो रही यात्रियों को परेशानी
कोहरे के कहर से विलंब परिचालन की वजह से राजधानी एक्सप्रेस की पेंट्रीकार में खान-पान के समान खत्म हो जाते हैं. जानकारों के मुताबिक टिकट के साथ कैटरिंग शुल्क देने के बावजूद पेंट्रीकार संचालकों की ओर से यात्रियों को सिर्फ दाल व चावल दिया जा रहा है. यह स्थिति दिल्ली-पटना-डिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस की है. डिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस दिल्ली स्टेशन से निर्धारित समय से रवाना हुई, लेकिन पाटलिपुत्र जंक्शन पहुंचते-पहुंचते सात घंटे देर हो गयी, जिससे पेंट्रीकार में खाना खत्म हो गया. कमोबेश यही स्थिति दिल्ली-राजेंद्र नगर राजधानी एक्सप्रेस की भी रही. दिल्ली से 11:30 घंटे रिशेड्यूल कर शनिवार की सुबह 4:45 बजे खुली और कानपुर पहुंचते-पहुंचते 20 घंटे विलंब हो गयी.
17 घंटे की देरी से पहुंची संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस
पटना जंक्शन आनेवाली ट्रेनें हों या फिर जंक्शन होकर गुजरने वाली ट्रेनें, सभी घंटों की देरी से जंक्शन पहुंच रही हैं. स्थिति यह है कि संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस 17 घंटे, तो दिल्ली से पटना होते हुए गुवाहाटी जाने वाली नॉर्थ-इस्ट एक्सप्रेस 20 घंटे की देरी से जंक्शन पहुंची. शुक्रवार को पटना से रवाना होने वाली राजधानी एक्सप्रेस व विक्रमशिला एक्सप्रेस रद्द की गयीं, तो शनिवार को निर्धारित समय से दिल्ली के लिए रवाना की गयीं.