पटना: रीतलाल यादव गिरोह के सक्रिय सदस्य मंकर चौधरी को पुलिस ने खगौल के मुस्तफापुर इलाके से पकड़ लिया. उसके पास से एक देसी पिस्तौल, जिंदा कारतूस व फर्जी पहचान पत्र बरामद किया गया है. वह रीतलाल यादव का दाहिना हाथ रह चुका है. 16 वर्षो से फरार था. उसके खिलाफ 1997 से 2004 तक 17 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें लूट, डकैती, हत्या का प्रयास, हत्या आदि के संगीन मामले हैं.
कैसे पकड़ा गया: पुलिस को सूचना मिली कि खगौल के मुस्तफापुर इलाके में एक हथियारबंद अपराधी एक महिला के साथ दुष्कर्म का प्रयास कर रहा है. इस सूचना को खगौल थानाध्यक्ष कामोद कुमार अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंच गये. पुलिस को देखते ही मंकर चौधरी फरार होने के फिराक में था, लेकिन उसे पकड़ लिया गया.
भाई के पहचान पत्र पर लगा रखा था अपना फोटोग्राफ: पुलिस से बचने के लिए मंकर यादव ने अपने भाई शंकर चौधरी के पहचान पत्र पर अपना फोटो लगा रखा था. यह पहचान पत्र नगर परिषद, हाजीपुर से जारी किया गया था. इसके अलावा रांची से निर्गत भाई के ड्राइविंग लाइसेंस पर भी अपना फोटो लगा रखा था. ताकि वह शहर के होटलों में आसानी से रह सके और पुलिस से बचा रहे. एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि इस सफलता के लिए खगौल पुलिस को पुरस्कृत किया जायेगा.