कस्टमर सेटिसफैक्शन सर्वे में मिला 36 वां स्थान
विजय सिंह
पटना : कस्टमर सेटिसफैक्शन मामले में देश के 52 एयरपोर्टो पर कराये गये सर्वे में पटना एयरपोर्ट को 36 वां स्थान मिला है. सर्वे एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने जुलाई-दिसंबर, 2013 में कराया था.
सर्वे रिपोर्ट में कहा गया है कि जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, पटना यात्री सुविधाओं के मामले में काफी पीछे है. सुरक्षित उड़ान, मुकम्मल रनवे, फ्लाइट पार्किग व एरावइल लाउंज की मौजूदा स्थिति राष्ट्रीय फलक पर इसकी चमक फीकी कर रही है. पटना एयरपोर्ट से हवाई यात्र करनेवाले यात्री सुरक्षा व संरक्षा से नाखुश हैं. सर्वे 33 बिंदुओं पर कराया गया. रिपोर्ट में यात्रियों से मांगी गयी राय में कई तरह की कमियां सामने आयी हैं. एयरपोर्ट पर एक्सरे मशीन की कमी, टर्मिनल बिल्डिंग का सिमटा दायरा, बेहतर खान-पान के लिए उच्चस्तरीय रेस्टोरेंट की कमी और शॉपिंग की चलताऊ व्यवस्था ने इसे 36 वें पायदान पर पहुंचा दिया है.
जोधपुर एयरपोर्ट शीर्ष पर
– कस्टमर सेटिसफैक्शन सर्वे का तीसरा चरण जुलाई से दिसंबर, 2012 में हुआ था. 4.68 नंबर के साझा अंक के साथ वाराणसी व भुवनेश्वर को पहला मुकाम मिला था. चौथे चरण के जुलाई से लेकर दिसंबर 2013 तक के सर्वे रिपोर्ट में जोधपुर एयरपोर्ट 4.69 अंक के साथ शीर्ष पर रहा. चौथे चरण में वाराणसी का अंक कम हो गया और 4.54 अंक के साथ वह 11 वें पायदान पर फिसल गया. वहीं, भुवनेश्वर शीर्ष से खिसक कर 4.63 अंकों के साथ पाचवें स्थान पर चला गया. दो बार के सर्वे रिपोर्टो में बिरसा मुंडा एयरपोर्ट, रांची की स्थिति में कोई फर्क नहीं आया. तीसरे व चौथे चरणों में रांची एयरपोर्ट 29 वें पायदान पर कायम है.
क्या कहते हैं यात्री
रविवार को विमान के इंतजार में पटना एयरपोर्ट पर मौजूद यात्री संजर अरोड़ा, पप्पू लाहड़ी व जितेंद्र ने बताया कि यहां दूसरे एयरपोर्टो की अपेक्षा सुविधाओं में काफी कमी है. विमान से उतरने के बाद अपना लगेज लेने के लिए लंबे समय तक इंतजार करना पड़ता है. दिन के 11 बजे से दो बजे के बीच काफी भीड़ हो जाती है. एक्सरे मशीन की कमी के कारण जांच में काफी समय लगता है. इसकी अपेक्षा वाराणसी व लखनऊ एयरपोर्टो पर अधिक सुविधाएं हैं.