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बिहार : एक साथ छह की अरथी उठी, मचा कोहराम
फतुहा हादसा : दो सहोदर भाइयों समेत 6 परिवार के 8 सदस्यों की मौत से गांव गमगीन फतुहा : गंगा नदी में हुए हादसे में थाना क्षेत्र के मिर्जापुर नोहटा के दो सहोदर भाइयों के परिवार समेत छह परिवार के महिला समेत छह बच्चे-बच्चियों की अरथी एक साथ निकलते ही पूरा माहौल गमगीन हो गया. […]
फतुहा हादसा : दो सहोदर भाइयों समेत 6 परिवार के 8 सदस्यों की मौत से गांव गमगीन
फतुहा : गंगा नदी में हुए हादसे में थाना क्षेत्र के मिर्जापुर नोहटा के दो सहोदर भाइयों के परिवार समेत छह परिवार के महिला समेत छह बच्चे-बच्चियों की अरथी एक साथ निकलते ही पूरा माहौल गमगीन हो गया.
घर से श्मशाम घाट तक लोगों की भीड़ से कोहराम मचा था. फतुहा के सम्मसपुर स्थित श्मशान घाट पर दाह-संस्कार के वक्त गांव के सैकड़ों लोगों की आंखें नम थी. सभी की आंखों में मृतकों के नदी किनारे जाने का अफसोस और प्रशासन के प्रति गुस्सा साफ देखा जा सकता था.
दाह संस्कार के दौरान स्थानीय विधायक डॉ रामानंद यादव, सीओ संजीव कुमार सिंह, बीडीओ राकेश कुमार, नगर पर्षद के कई पार्षद व थानाध्यक्ष नसीम अहमद समेत पूरा प्रशासनिक अमला जमा था. स्थानीय विधायक डॉ रामानंद यादव को घटना के दिन वहां नहीं आने को लेकर लोगों के गुस्से का भी सामना करना पड़ा.
लापता गौरव का मिला शव, काजल की तलाश जारी : रविवार को छह लोगों के शव बरामद हुए वहीं सोमवार को एनडीआरएफ की टीम द्वारा दो लापता बच्चों की तलाश जारी थी.
सुबह से ही सीओ संजीव कुमार, बीडीओ राकेश कुमार, थानाध्यक्ष नसीम अहमद के नेतृत्व में एनडीआरएफ की टीम लापता बच्चों के शव खोजने में जुटी थी. दोपहर बाद हादसे में मृतक मिर्जापुर नोहटा निवासी बिहारी यादव के सात वर्षीय पुत्र गौरव का शव नदी से निकाला गया.
वहीं एक लापता किशोरी राजू कुमार यादव उर्फ रामबली यादव की पुत्री काजल कुमारी की तलाश देर शाम तक जारी थी. काजल के परिवार का रो-रोकर बुरा हाल हो चुका है.
रुस्तमपुर ओपी राघोपुर (वैशाली) में दर्ज हुआ यूडी केस
गंगा नदी हादसे में मृतक एक महिला समेत आठ बच्चे–बच्चियों का हुई मौत मामले में घटनास्थल वैशाली जिला के राघोपुर के बहरामपुर इलाके के सामने गंगा नदी में होनेे के कारण रूस्तमपुर ओपी में मामला दर्ज किया गया. यह जानकारी देते हुए ओपी प्रभारी अजय कुमार ने बताया कि यूडी केस का मामला दर्ज किया गया है, जिसमें सात शवों की बरामदगी कर ली गयी है, जबकि एक शव की तलाश जारी है.
सदमे में छह परिवार, नहीं जले घरों में चूल्हे
फतुहा : हादसे में दो सहोदर भाइयों के परिवार समेत छह परिवार की महिला समेत आठ मासूमों की मौत ने सबको हिलाकर रख दिया है. हादसे में मृत एक बच्ची काजल की तलाश अभी भी जारी है. घटना के कारण छह परिवारों में सन्नाटा पसरा है. इन घरों में चूल्हे तक नहीं चले हैं.
हादसे में शंकर यादव उर्फ राकेश की पत्नी संजू उर्फ उषा देवी, उनकी पुत्री छोटी कुमारी उर्फ रागिनी और इनके भाई भोला यादव के एक पुत्र साहिल कुमार की मौत से पूरे घर में मातम पसरा है. वहीं राधेश्याम के एक पुत्री की मौत से परिवार ही उजड़ गया. उनकी पत्नी की मौत पहले ही हो चुकी थी. बिहारी यादव के पुत्र गौरव का शव सोमवार को नदी से निकाला गया. घटना में अरुण की पुत्री आरती की भी मौत हुई है. जबकि रामबली यादव उर्फ राजू कुमार की पुत्री काजल का शव नहीं मिला है.
पीड़ित परिवार से मिले पूर्व सांसद, विधायक
मृतक के परिजनों से पूर्व सांसद राजनीति प्रसाद, पूर्व विधायक ओम प्रकाश पासवान भी मिलने पहुंचे और मृतकों के परिवार के प्रति शोक संवेदना व्यक्त की.
इन लोगों ने स्थानीय युवकों की सराहना करते हुए कहा कि स्थानीय युवकों की तत्परता से ही रविवार को मृतकों के शव निकाले जा सके. उन्होंने प्रत्येक मृतक के परिवार को दस-दस लाख रुपये मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने के साथ ही घटना के जिम्मेदार दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की.
मृतक के परिजनों
मिले चार–चार लाख का चेक
फतुहा नदी हादसे में मृतक सभी छह के परिजनों को चार-चार लाख रुपये का चेक रविवार को दे दिया गया था. सोमवार की देर शाम मिले गौरव के शव के उपरांत उसके पिता बिहारी यादव को चार लाख रुपये का चेक एसडीओ, पटना सिटी राकेश रौशन और सीओ संजीव कुमार ने दिया. मौके पर बीडीओ राकेश कुमार, नगर पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष सजय गोप आदि मौजूद थे.
नाराज ग्रामीणों ने किया विधायक का विरोध
हादसे के बाद सोमवार को गांव में पहुंचे स्थानीय विधायक डॉ रामानंद यादव का मिर्जापुर नोहटा के दर्जनों युवकों ने नगर पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष संजय गोप के नेतृत्व में जमकर विरोध किया और विधायक को खरी–खोटी सुनायी.
संजय गोप ने आरोप लगाया कि विधायक लाश पर राजनीति करने आये हैं. जबकि रविवार को घटना के समय से ही लगभग सौ बार फोन किया गया, बावजूद इसके इन्होंने अपना फोन नहीं उठाया. देर रात्रि परिजनों से मिलने आये और चुपचाप रात को ही चले गये और अब झूठी सहानुभूति दिखाने आये हैं.
विधायक ने एसडीआरफ और अग्निशामक गाड़ी की मांग सरकार से की: हादसे को लेकर प्रशासनिक विफलता के मद्देनजर विधायक डॉ रामानंद यादव ने बताया कि अगर एसडीआरएफ की टीम फतुहा में होती तो लोगों की जान बचायी जा सकती थी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से मिलकर जल्द ही फतुहा में एसडीआरफ और अग्निशामक की व्यवस्था करने की मांग करेंगे.
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