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धर्म ग्रंथों में हमारा इतिहास, अध्ययन करेंगे तो बचे रहेंगे : राज्यपाल
गांधी मैदान में श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ की शुरुआत पटना : हमारा इतिहास हमारे धर्मग्रंथों में है.भागवत में है, महाभारत में है, रामायण में है, गीता में है, कुरआन में है. पाटलिपुत्र जो आज का पटना है विश्व की सबसे पुरानी राजधानी में से एक है. इस शहर का इतिहास देखेंगे तो हमारे धर्म […]
गांधी मैदान में श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ की शुरुआत
पटना : हमारा इतिहास हमारे धर्मग्रंथों में है.भागवत में है, महाभारत में है, रामायण में है, गीता में है, कुरआन में है. पाटलिपुत्र जो आज का पटना है विश्व की सबसे पुरानी राजधानी में से एक है. इस शहर का इतिहास देखेंगे तो हमारे धर्म ग्रंथों में नजर आता है. इसी तरह भारतवर्ष का इतिहास भी हमारे धर्मग्रंथों के इतिहास से संबद्ध है. इसे पढ़ेंगे, अध्ययन करेंगे, सुनेंगे तो बचे रहेंगे. इससे आनंद भी मिलेगा, ज्ञानवर्धन भी होगा.
ये बातें राज्यपाल डॉ सत्यपाल मलिक ने कही. वे गांधी मैदान में आध्यात्मिक सत्संग समिति द्वारा आयोजित श्री मदभागवत कथा ज्ञान यज्ञ का उदघाटन करने के बाद अपने संबोधन में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि सभी धर्म समाज में समता के हिमायती हैं. जो धारण किया जाये वही धर्म है.
धर्म में सत्य, निष्ठा, त्याग का भाव उसे संपूर्ण बनाता है. सभी धर्म अच्छा इंसान बनने की शिक्षा देता है. पर्व और त्योहार हमें एक सूत्र में बांधते हैं. उन्होंने साध्वी ऋतंभरा जी की तारीफ करते हुए कहा कि वे धर्म और अध्यात्म के जरिये सामाजिक क्रांति की दिशा में काम कर रही हैं.
सब धर्मों का सार एक है: एकज्योत है सब दीपों में, सारे जग में नूर एक हैं. सच तो ये है इस दुनिया का हाकिम और हुजूर एक है, हरमानव माटी का पुतला, जीवन का आधार एक है, गहराई तक जाके देखो, सब धर्मों का सार एक है. एक वाहे गुरु एक परमेश्वर कृष्ण और रहमान एक हैं. नाम भले ही अलग-अलग हों, भक्तों के भगवान एक हैं. नामरूप की बात छोड़ दो इंसानों की जात एक है. मन से मन की तार जोड़ लो, सीधी सच्ची बात एक है. साध्वी ऋतंभरा ने इसी संदेश के साथ मदभागवत कथा की शुरूआत की.
उन्होंने कहा कि अध्यात्मिक सत्संग समिति की इसमें बहुत बड़ी भूमिका है. पटनावालों अवसर तो बार बार द्वार पर दस्तक देता है. उसे खोल देना चाहिए. हमारा शरीर ही अवसर है. हम भागवत सुनें और इस अवसर का लाभ उठाएं. कार्यक्रम में वह देर रात तक कौरव पांडव वंश का वर्णन और वराह अवतार की कथा सुनाते रही. जिसका लाभ सैंकड़ो भक्तों और श्रोताओं ने लिया. उन्होंने भगवति सर्वमंगला पीठ के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी. कार्यक्रम को समिति की ओर से अध्यक्ष विजय कुमार किशोरपुरिया, महामंत्री सुषमा अग्रवाल और संयोजक
कमल नोपानी ने भी संबोधित किया. मौके पर यजमान रविंद्र किशाेर सिन्हा भी मौजूद थे. संचालन भारती ओझा ने किया.
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