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बिहार : शौच के लिए क्लास छोड़ घर जाती हैं लड़कियां
लापरवाही : पटना जिले के स्कूलों में स्वच्छता अभियान का बुरा हाल, अधिकतर स्कूलों में शौचालय ही नहीं स्वच्छता अभियान के तहत एक ओर जहां देश और प्रदेश को खुले में शौचमुक्त क्षेत्र बनाने की कवायद चल रही है, वहीं दूसरी ओर स्कूलों में शौचालयों की स्थिति काफी खराब हैं. अब भी अधिकतर स्कूलों में […]
लापरवाही : पटना जिले के स्कूलों में स्वच्छता अभियान का बुरा हाल, अधिकतर स्कूलों में शौचालय ही नहीं
स्वच्छता अभियान के तहत एक ओर जहां देश और प्रदेश को खुले में शौचमुक्त क्षेत्र बनाने की कवायद चल रही है, वहीं दूसरी ओर स्कूलों में शौचालयों की स्थिति काफी खराब हैं. अब भी अधिकतर स्कूलों में शौचालय नहीं है. प्रहलाद कुमार की रिपोर्ट…
ऐसे कई स्कूल हैं जिसमें 200 से अधिक बच्चे पढ़ रहे हैं, लेकिन शौचालय एक भी नहीं है. प्रभात खबर के रिपोर्टर प्रहलाद कुमार और फोटोग्राफर सरोज जब स्वच्छ भारत अभियान के तहत ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में शौचालय और यूरिनल का जायजा लेने पहुंचे, तो पाया गया कि कई स्कूलों के शौचालयों में ताले लगे हैं और चाबी प्रभारी के पास है. यह बड़ी बात है कि इतनी संख्या में बच्चे स्कूलों में पढ़ते हैं, लेकिन इनके लिए परिसर में शौचालय की व्यवस्था नहीं है. पढ़ाई के दौरान कई बार छात्राओं को शौच के लिए घर तक जाना पड़ता है.
निर्देश पालन कराना मुश्किल
पटना जिले के सभी पंचायतों को ओडीएफ करने के लिए हर दिन हजारों खर्च हो रहे हैं, लेकिन शौचालय का निर्माण नहीं हो पा रहा है. जिलाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल ने स्कूल के प्राचार्यों को निर्देश दिया था कि क्लास रूम में बच्चों को अलग-अलग बैठाया जाये.
जिनके घरों में शौचालय है, वो एक तरफ और जिनके यहां शौचालय नहीं है वैसे बच्चों को दूसरी तरफ बैठाया जाये. इस निर्देश के बाद स्कूल प्राचार्य क्या करें, यह उन्हें समझ में नहीं आ रहा है. क्योंकि, कई स्कूलों में ही शौचालय नहीं है. कक्षा एक से आठ तक के छात्र-छात्राओं को स्कूल के दौरान खुले में ही शौच जाना पड़ता है.
…ऐसा है स्कूलों का हाल
-शौचालय- छात्र-छात्राओं के शौचालय में ताला लगा है. शौचालय का आधा-अधूरा निर्माण हुआ है. अब तक इसका इस्तेमाल नहीं किया गया है. शौचालय अंदर से टूटा-फूटा और काफी गंदा है.
-प्रभारी ने कहा- प्रभारी एकरामुद्दीन ने कहा कि बच्चे
शौचालय में जाते ही नहीं हैं. इसलिए ताला लगा दिया गया है. बच्चों का कहना है कि वो शौचालय में नहीं जायेंगे. पानी की भी दिक्कत है, इसलिए सफाई नहीं होती है.
-शौचालय- एक भी शौचालय नहीं है. अगर किसी बड़ी लड़की को शौचालय की जरूरत पड़ती है, तो वह घर चली जाती है. पुराना शौचालय है, जो इस्तेमाल करने लायक नहीं है. कई बार यहां सांप भी निकल चुके हैं.
-प्रभारी ने कहा- द्वितीय स्तर की प्रभारी नीलम देवी ने कहा कि पुराना शौचालय सड़क के नीचे रहने से बारिश होने पर कीचड़ व गंदगी भर जाती है. सफाई के लिए कभी-कभी मजदूर लगाये जाते हैं. शौचालय को बेहतर करने के लिए कई बार लिखा भी गया है.
282 इसमें 150
लड़कियां हैं. यहां भी कक्षा एक से आठवीं तक की पढ़ाई होती है.
-शौचालय- शौचालय की स्थिति दयनीय है. सफाई नहीं होती है. एक ही शौचालय में 200 बच्चों को जाना पड़ता है. यूरिनल का पाइप टूटा है.
-शिक्षक- शिक्षक रामाकांत चौधरी ने कहा कि बच्चों की संख्या के मुताबिक शौचालय कम है. निर्माण के बाद कभी मरम्मत नहीं हुआ. इसके मुख्य गेट में ताला लगा रहता है. अगर छात्रों को शौचालय का इस्तेमाल करना रहता है, तो ताला खुलवाया जाता है.
स्टूडेंट्स की संख्या
200 इसमें लड़कियों
की संख्या ज्यादा है. यहां कक्षा एक से आठवीं तक की पढ़ाई होती है.
स्टूडेंट्स की संख्या
189 इसमें 100 लड़कियां हैं. यहां भी कक्षा एक से आठवीं तक की पढ़ाई होती है.
-शौचालय-यहां शौचालय कहने के लिए है. इसमें दरवाजा नहीं है. बहुत ज्यादा गंदगी है. स्कूल में लड़कियां भी पढ़ाई करती हैं. एक शौचालय में ताला लगा रहता है. जिसे शिक्षक जरूरत पड़ने पर खोलते हैं.
-प्रभारी ने कहा- द्वितीय स्तर की प्रभारी नीलम देवी ने कहा कि पुराना शौचालय सड़क के नीचे रहने से बारिश होने पर कीचड़ व गंदगी भर जाती है. शौचालय को बेहतर करने के लिए कई बार लिखाभी गया है.
राजकीयकृत उच्च विद्यालय, नेऊरा
-शौचालय- यहां लड़कियों के लिए कोई शौचालय नहीं है और जो शौचालय पूर्व में बना था, उसकी स्थिति काफी दनयीय है. इतना गंदा है कि वहां जाना मुश्किल है. इसमें पानी की सप्लाई की व्यवस्था नहीं है. शौचालय की संख्या बढ़ाने व नया बनाने के लिए कई बार आवेदन दिये गये हैं.
स्टूडेंट्स की संख्या
500 इसमें 200 लड़कियां हैं. यहां नौवीं व दसवीं की पढ़ाई होती है.
डॉ शांति राय के पोते की सड़क हादसे में मौत
दुर्घटना : कर्नाटक के बेलगाम में हुआ हादसा, पार्टी मनाने जा रहे थे तीनों मेडिकल स्टूडेंट्स
जयंत की गर्लफ्रेंड निशा की भी मौके पर हुई मौत
हादसे में घायल होने वाले अंशुमान की स्थिति गंभीर
पटना : बिहार की प्रतिष्ठित स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ शांति राय के घर की खुशियां उस समय मातम में बदल गयी, जब उनके पोते की कर्नाटक में हुए एक सड़क हादसे में मौत हो गयी. मृतक जयंत डॉ शांति राय के पुत्र पटना के डॉ. हिमांशु राय और स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ सारिका राय का पुत्र जयंत राय था. उसकी मौत रविवार की सुबह सड़क हादसे में उस वक्त हुई, जब वह संडे की छुट्टी मनाने दोस्तों के साथ दूसरे शहर
जा रहा था.
उसके साथ उसकी गर्लफ्रेंड निशा की भी मौके पर मौत हो गयी. निशा भी पटना की रहने वाली बतायी जा रही है. वहीं, इस हादसे में घायल होने वाले अंशुमान की स्थिति गंभीर बनी हुई है, जिसका इलाज वहां के अस्पताल में चल रहा है. अंशुमान भी पटना का रहने वाला है. तीनों एक ही मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे थे. डॉ सारिका राय के तीन बेटों में जयंत सबसे बड़ा था. जयंत की प्रारंभिक शिक्षा पटना के दिल्ली पब्लिक स्कूल के बाद हिमाचल प्रदेश के शिमला के पिशक कार्टन स्कूल में हुई थी.
एक गाड़ी में सवार जा रहे थे पार्टी मनाने : जानकारी के अनुसार जयंत बेलगाम के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस का छात्र था. रविवार को छुट्टी का दिन होने के चलते वो अपने तीन दोस्तों के साथ एक गाड़ी में सवार होकर पार्टी करने जा रहे था. इसी दौरान उसकी गाड़ी कर्नाटक के बेलगाम में दुर्घटनाग्रस्त हो गयी. दुर्घटना रविवार की सुबह करीब पांच बजे हुई जिसमें दो लोगों की ऑन द स्पॉट मौत हो गयी, वहीं एक दोस्त अंशुमान गंभीर रूप से घायल हो गया.
नानी के निधन पर घर आया था जयंत
डॉ शांति राय के करीबियों ने बताया कि पिछले माह डॉ सारिका राय की मां का निधन पर जयंत पटना आया था. बताया जा रहा है कि जयंत नानी का दुलारा था और पटना में पढ़ाई के दौरान काफी समय अपने नानी के पास बिताता था. करीबियों की मानें तो इस दुर्घटना की रिपोर्ट हीरे बेगावादी पुलिस स्टेशन में दर्ज करायी गयी है. शव का पोस्टमार्टम भी बेगावादी में ही कराया गया. कर्नाटक पुलिस ने दुर्घटनाग्रस्त कार को जब्त कर लिया है.
यह कार शांति राय के पोते जयंत की बतायी जा रही है. मौत की खबर सुन जयंत के परिवार वाले कर्नाटक के हादसे वाले शहर पहुंच गये. शव फ्लाइट के माध्यम से सोमवार को पटना लाया जायेगा.
हादसा-2
मोकामा. पंचमहला ओपी के जलालपुर एनएच 80 पर टैंकर से कुचल कर किसान मृत्युंजय सिंह (40 वर्ष) की मौत हो गयी. यह हादसा रविवार की शाम तकरीबन पांच बजे हुआ. हादसे के बाद ग्रामीणों ने सड़क जाम कर मुआवजे की मांग शुरू कर दी. इसको लेकर घंटों एनएच पर यातायात बाधित रहा. स्थानीय पुलिस के प्रयास के बाद भी लोग मानने को तैयार नहीं हुए. बाद में मरांची व हथिदह थानों की पुलिस भी जाम स्थल पर पहुंच कर स्थिति को सामान्य करने में जुट गयी. इसको लेकर आक्रोशित लोग नोक-झोंक कर मुआवजे की मांग पर अड़े रहे.
तब काफी मशक्कत के बाद सीओ जयकृष्ण प्रसाद ने मामले को शांत कराया. मृतक के आश्रितों को उपयुक्त मुआवजे का आश्वासन दिया गया.
तब पुलिस ने शव को जब्त कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा. प्राप्त जानकारी के अनुसार मृत्युंजय बड़हिया से अपने गांव जलालपुर लौट रहे थे. इस दौरान वह ऑटो पर सवार थे. अचानक ऑटो के अनियंत्रित हो जाने से वह बीच सड़क पर गिर पड़े. वहीं, पीछे से आ रहे टैंकर ने उन्हें रौंद दिया. घटना के बाद चालक टैंकर लेकर फरार हो गया. पुलिस ने शव को जब्त कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा. इस हादसे के बाद जलालपुर गांव में मातम का माहौल है.
पटना सिटी : बाइपास थाना क्षेत्र के महादेव स्थान के समीप एनएच पर रविवार को ट्रक व बाइक में टक्कर हो गयी. इस घटना में एक युवक की मौत हो गयी, जबकि दो युवक जख्मी हो गये. इधर हादसे के बाद ट्रक का चालक वाहन लेकर भागने में सफल रहा.
घटना के संबंध में यातायात थाना के प्रभारी दारोगा मनसो ने बताया कि सुबह लगभग साढ़े 11 बजे एक बाइक पर सवार होकर तीन युवक फतुहा की ओर जा रहे थे. तभी महादेव स्थान के समीप ओवर टेक की चेष्टा में ट्रक व बाइक में टक्कर हो गयी. बाइक पर सवार तीनों युवक टक्कर के बाद काफी दूर गिरे और खून से लथपथ हो गये. इसी बीच स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी.
मौके पर पहुंची पुलिस स्थानीय लोगों की मदद से जख्मी तीनों को उपचार के लिए नालंदा मेडिकल कॉलेज लाया, जहां चिकित्सकों ने एक को मृत घोषित कर दिया. प्रभारी दारोगा ने बताया कि मृतक युवक की पहचान कंकड़बाग थाना क्षेत्र के अशोक नगर रोड नंबर बी रामदेव मंदिर के समीप रहने वाले जीतू राम के 18 वर्षीय पुत्र विशाल कुमार के तौर पर हुई, जबकि जख्मी में रामकृष्ण नगर निवासी 16 वर्षीय अंकित व अशोक नगर निवासी शंभु प्रसाद का 18 वर्षीय पुत्र विकास है. सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे परिजनों ने जख्मी अंकित व विकास को एनएमसीएच से निजी उपचार केंद्र बेहतर उपचार के लिए ले गये. प्रभारी दारोगा ने बताया कि मृतक विशाल के शव का नालंदा मेडिकल कॉलेज में पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया गया है.
बिहटा/पटना सिटी : दिलावरपुर गांव के समीप स्थिति एचपीसीएल डीपो के समीप दो बाइक की आमने-सामने हुई टक्कर में तीन युवक गंभीर रूप से जख्मी हो गये. सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची बिहटा पुलिस ने सभी घायलों को रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया. चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद तीनों की हालत गंभीर बताकर पटना रेफर किया. वहीं दूसरी ओर पटना सिटी में चौक थाना क्षेत्र के गुरु गोबिंद सिंह पथ में रविवार की रात स्कूटी व कार के बीच टक्कर हो गयी. दो युवक जख्मी हो गये.
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