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सात माह तक कचरा उठाया, पैसा मांगने गये तो लौटा दिया
पटना : डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन का हाल बुरा है. एजेंसी शहर के अधिकांश वार्डों से कचरा उठाव का काम नहीं कर रही है. वहीं जिन जगहों पर प्रतिदिन कचरा उठाव का काम किया जा रहा है, वहां लोग कचरा उठाने के बाद भी पैसा नहीं दे रहे हैं. कचरा उठाव के बाद जब पैसा मांगने […]
पटना : डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन का हाल बुरा है. एजेंसी शहर के अधिकांश वार्डों से कचरा उठाव का काम नहीं कर रही है. वहीं जिन जगहों पर प्रतिदिन कचरा उठाव का काम किया जा रहा है, वहां लोग कचरा उठाने के बाद भी पैसा नहीं दे रहे हैं. कचरा उठाव के बाद जब पैसा मांगने कर्मी जाते हैं, तो लोग बहाना बना कर लौटा देते हैं. नगर आयुक्त अभिषेक सिंह की ओर से अल्टीमेटम देने के बाद बुधवार को नूतन राजधानी अंचल में काम कर रही पाश्या कंपनी के प्रतिनिधियों ने मौर्यालोक में दुकानदारों से पैसा वसूलना शुरू किया.
लेकिन लगभग एक हजार दुकानदारों ने निगम के अन्य टैक्स का बहाना बना कर पैसा नहीं दिया. एजेंसी के साथ निगम के सिटी मैनेजर भी थे. गौरतलब है कि बीते सात माह से लगभग एक हजार दुकानों से कचरा कलेक्शन का काम किया जा रहा है. जबकि नगर निगम मुख्यालय मौर्यालोक में ही स्थित है.
खर्च 40 लाख, पर वसूली चार लाख भी नहीं : हर घर से कचरा उठाव अब विवादों की भेंट चढ़ने वाला है. एजेंसी की ओर से काम में कोताही बरतने को लेकर सात दिनों में स्थिति सुधारने को लेकर नगर अायुक्त ने दोनों एजेंसियों को अल्टीमेटम दे दिया है. एजेंसियों का तर्क है कि लोग काम होने के बाद पैसा नहीं देते हैं. सिर्फ नूतन राजधानी अंचल में प्रति माह 40 लाख खर्च आ रहा है. जबकि वसूली चार लाख भी नहीं हो रही है.
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