पटना: मीठापुर रेलवे कॉलोनी के ब्लॉक 142, 143 और 198 रेलवे ट्रैक के पास होने से करीब डेढ़ सौ लोगों को हमेशा जान जाने का खतरा बना रहता है.
इन कॉलोनियों के लोगों को किसी काम से बाहर जाने के लिए कुल आठ रेलवे ट्रैक को पार करना पड़ता है. इन लोगों को घर से निकलने का एक ही अवैध रास्ता है ट्रैक पार कर प्लेटफॉर्म होते हुए बाहर निकलना या बाउंड्री से उछल कर मीठापुर सब्जी मंडी या जीपीओ गोलंबर की ओर जाना.
पैर कटने के बाद हो चुकी है मौत
कुछ महीने पहले मीठापुर रेलवे कॉलोनी में रहनेवाले मथुरा रविदास का पैर ट्रैक को पार करते समय कट गया. पैर कटने के बाद कुछ दिनों तक उनकी स्थिति ठीक नहीं रही और बाद में उनकी मौत हो गयी. सबसे अधिक यहां खतरा तब बढ़ जाता है, जब ट्रैक पर कोई ट्रेन बैक होती है. एक दिन पहले दो बच्चे ट्रेन से कटने से बच गये.