जानकारी के मुताबिक नगवा में ही कामेश्वर महतो के बेटे रंधीर कुमार सीमेंट की दुकान चलाते हैं. रंधीर की शादी चार साल पहले मनेर के मोहनपुर निवासी रामबाबू के बेटी कंचन देवी के साथ हुई थी. शादी के बाद कोई बच्चा नहीं होने से परिवार में कलह होते रहता था. बच्चा नहीं होने से कंचन भी परेशान रहती थी. रंधीर के चाचा सुरेश महतो ने बताया कि रंधीर की साली को रंधीर के पिता कामेश्वर महतो रविवार को ही उसके घर मनेर के मोहनपुर पहुंचाने गये हुए थे.
रंधीर कि साली कुछ दिनों से बहन के यहां आयी हुई थी. परिवार के अन्य सदस्य रिश्तेदारों के यहां गये हुए थे. रंधीर की मां बिंदा देवी जम्मू में पोस्टेड एयरफोर्स कर्मी बेटे सुजीत के घर एक माह से गयी हुई थी. घर में पति-पत्नी ही रह गये थे. रंधीर दोपहर बाद सीमेंट दुकान पर चला गया. इस बीच रंधीर की चचेरी बहन रीना देवी मायके में बजरी खिलाने आयी हुई थी. वह भाभी कंचन से मिलने उसके घर में गयी, तो देखा कि वह किचेन में पंखे से लटकी हुई थी. कंचन की लाश देख परिवार में कोहराम मच गया. मृतका कंचन के पिता रामबाबू महतो बेटी की मौत की खबर से सुध-बुध खो बैठे. थाने में वे कुछ भी स्पष्ट बता पाने की स्थति में नहीं थे. रामबाबू ने बताया कि उनकी बेटी ने कभी कलह की बात नहीं बतायी थी. उन्होंने कहा की उसकी बेटी ने आत्महत्या कर ली या मामला कुछ और है यह पुलिस को जांच करनी चाहिए. कंचन देवी के ससुराल वाले और मायके वाले देर शाम तक जानीपुर थाना में जमे थे.
इस बाबत जानीपुर थानेदार मोहन प्रसाद सिंह ने बताया कि प्रथमदृष्टया प्रतीत होता है कि मामला आत्महत्या का है. जब पुलिस मौके पर पहुंची तब किचेन का दरवाजा खुला हुआ था. पुलिस जांच कर रही है.