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BIHAR में सामान्य से नौ व PATNA में 30% कम बारिश, 20 से अधिक जिलों की खेती प्रभावित
पटना : बिहार में सोमवार तक सामान्य से नौ प्रतिशत कम यानी 936.8 एमएम बारिश हुई है. मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक बिहार में अभी 1027.6 प्रतिशत वर्षापात होना चाहिए था, लेकिन पूरे बिहार में सामान्य से कम बारिश होने से कम-से-कम 20 से अधिक जिले प्रभावित हुए हैं. इनमें पटना, सीवान, सारण, भोजपुर, मुंगेर […]
पटना : बिहार में सोमवार तक सामान्य से नौ प्रतिशत कम यानी 936.8 एमएम बारिश हुई है. मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक बिहार में अभी 1027.6 प्रतिशत वर्षापात होना चाहिए था, लेकिन पूरे बिहार में सामान्य से कम बारिश होने से कम-से-कम 20 से अधिक जिले प्रभावित हुए हैं. इनमें पटना, सीवान, सारण, भोजपुर, मुंगेर सहित कई जिले शामिल हैं, जहां अभी 30 प्रतिशत तक कम बारिश रिकाॅर्ड की गयी है. ऐसे में इन जिलों के किसान परेशान हैं और अब भी बारिश का इंतजार कर रहे हैं.
देश में जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब व दिल्ली सहित कई राज्यों से मॉनसून विड्राॅ कर चुका है और बिहार से भी 12 अक्तूबर तक माॅनसून लौट जायेगा. ऐसे में इस साल भी किसानों की खेत में पूरी तरह से नमी वापस नहीं लौट पायेगी व अगले साल कम बारिश हुई, तो किसान किसी भी सीजन में ढंग से खेती नहीं कर पायेंगे.
भोजपुर में सबसे कम हुई बारिश : बिहार में इस साल भी कम बारिश हुई है. भोजपुर में 41%, सीवान में 43%, पटना में 30% बारिश हुई है. बारिश कम होने से इन जिलों के खेत प्रभावित हुए हैं. पहले रोपनी करने में किसानों को परेशानी हुई और अब धान की फसल प्रभावित होने का डर सता रहा है.हालात ऐसे हैं कि जानवरों को खिलाने के लिए चारा की उपलब्धता भी कम हो गयी है.
बिहार में देर से आया था माॅनसून
मौसम वैज्ञानिक रास बिहारी सिंह ने बताया कि जब बंगाल पहुंचा माॅनसून बिहार में प्रवेश करना चाह रहा था, तब बिहार में एक लोकल साइकलोन डेवलप कर जा रहा था, जिसके कारण से बारिश हो रही थी.
इस कारण से बे ऑफ बंगाल व बिहार के बीच एक हाई प्रेशर का क्षेत्र डेवलप कर गया, जो बंगाल की हवाओं को बिहार नहीं आने दे रहा था. उन्होंने कहा कि लोकल सिस्टम से बारिश होने के बाद मौसम सामान्य होने के बाद जब दोबारा से गर्मी बढ़ी, तब मॉनसून ने बिहार में प्रवेश किया था. यह सब सिस्टम बिहार में पिछले कुछ वर्षों से बन रहा है. क्योंकि यहां पेड़ तेजी से कट रहे हैं. पक्के मकान बन रहे हैं. इन कारणों से बिहार में इस बार भी अच्छी बारिश नहीं हो पायी.
माॅनसून में हुई देरी से खेतों से गायब हुई नमी : बिहार में माॅनसून आने में देरी होने से खेतों में नमी कम गयी व किसान परेशान हो गये. जून में अधिकांश किसान धान, गेहूं, चना व मूंग की खेती अधिक करते हैं, लेकिन बारिश नहीं होने से खेतों में बीज डालने तक में दिक्कत आयी. किसान पटवन ट्यूबवेल से नहीं कर पाये.
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