पटना : शारदीय नवरात्र में मां विंध्यवासिनी की पूजा से भक्तों की सारी मनोकामना पूरी होती है, उनके सभी कष्ट दूर हो जाते हैं. प्रभात खबर डॉट कॉम आपके लिए लेकर आया है, मां विंध्यावासिनी मंदिर के गर्भ गृह से लाइव आरती. जिसे देखने से आपको मां विंध्यवासिनी काआशीर्वाद मिलेगा, साथ ही उनके साक्षात दर्शन का अनुभव भी होगा. मां विंध्यवासिनी एक ऐसी जागृत शक्तिपीठ है जिसका अस्तित्व सृष्टि आरंभ होने से पूर्व और प्रलय के बाद भी रहेगा. यहां देवी के 3 रूपों का सौभाग्य भक्तों को प्राप्त होता है. पुराणों में विंध्य क्षेत्र का महत्व तपोभूमि के रूप में वर्णित है. मां विंध्यवासिनी देवी मंदिर श्रद्धालुओं की आस्था का प्रमुख केन्द्र है. देश के 51 शक्तिपीठों में से एक है विंध्याचल की देवी मां विंध्यवासिनी. विंध्याचल की पहाड़ियों में गंगा की पवित्र धाराओं की कल-कल करती ध्वनि, प्रकृति की अनुपम छटा बिखेरती है.
त्रिकोण यंत्र पर स्थित विंध्याचल निवासिनी देवी लोकहिताय, महालक्ष्मी, महाकाली तथा महासरस्वती का रूप धारण करती हैं. विंध्यवासिनी देवी विंध्य पर्वत पर स्थित मधु तथा कैटभ नामक असुरों का नाश करने वाली भगवती यंत्र की अधिष्ठात्री देवी हैं. कहा जाता है कि जो मनुष्य इस स्थान पर तप करता है, उसे अवश्य सिद्वि प्राप्त होती है. विविध संप्रदाय के उपासकों को मन वांछित फल देने वाली मां विंध्यवासिनी देवी अपने अलौकिक प्रकाश के साथ यहां नित्य विराजमान रहती हैं.
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