27.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

बिहार : प्रदेश में को-ऑपरेटिव बैंकों का किया जायेगा विस्तार

पटना : राज्य सरकार को-आॅपरेटिव बैंकों को मजबूत करेगी. सहकारिता विभाग ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है. अभी राज्य में 22 जिलों में ही सहकारी बैंक हैं. सभी जिलों में बैंक खोले जायेंगे. इसके अलावा सभी प्रखंडों में बैंक की शाखा खोलने की योजना है. बैंक पूरी तरह से प्रोफेशनल बनाया जायेगा. बैंक अब […]

पटना : राज्य सरकार को-आॅपरेटिव बैंकों को मजबूत करेगी. सहकारिता विभाग ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है. अभी राज्य में 22 जिलों में ही सहकारी बैंक हैं. सभी जिलों में बैंक खोले जायेंगे. इसके अलावा सभी प्रखंडों में बैंक की शाखा खोलने की योजना है. बैंक पूरी तरह से प्रोफेशनल बनाया जायेगा. बैंक अब अपने आॅडिट को और मजबूत करेगा.
सहकारिता विभाग सहकारी बैंकों को मजबूत करने में जुट गया है. साथ ही इसका विस्तार भी किया जायेगा. अभी 22 जिलों में सहकारी बैंक काम कर रहा है. राज्य स्तर पर इसकी एक एपेक्स बॉडी बनी हुई है. राज्य में सहकारी बैंक की अभी 310 शाखाएं चल रही हैं.
200 से अधिक और नयी शाखाएं खोलने की योजना हैं. विभागीय सत्रों के अनुसार अधिक शाखा खुलने से बैंकों का एनपीए भी कम होगा. अभी 30 फीसदी तक एनपीए हैं. इसे पांच फीसदी तक लाना है. जो बैंक घाटे में चल रहे हैं उनको घाटे से उबारने के लिए भी विभाग रणनीति बना रहा है. सुपौल, सारण और दरभंगा में केंद्रीय सहकारी बैंक हैं. यहां बैक के गठन की कार्रवाई चल रही है. सुपौल में बैंक का निबंधन हो चुका है.
बैंक के लाइसेंस के लिए रिजर्व बैंक आफ इंडिया को प्रस्ताव भेजा जा चुका है. नाबार्ड बैंक को तकनीकी रुप से सबल बनाने में मदद करेगा. इसके लिए बैंक में एक सेल का भी गठन होगा. बैंक खातों को आधार से लिंक किया जायेगा.
हर साल होता है बैंक का आॅडिट
सभी सहकारी बैंकों का आॅडिट हर साल होता है, लेकिन सृजन घोटाले के बाद विभाग चेता है. विभाग बैंकों के नियमित और सघन आॅडिट पर जोर दे रहा है. आॅडिट पर नजर रखने के लिए 44 नये अफसरों की तैनाती सहकारी बैंकों में होगी. इसमें सभी बैंकों के लिए एक-एक अंकेक्षक होंगे.
व एक-एक सहकारिता प्रसार पदाधिकारी होंगे.सहकारी बैंकों का विस्तार किया जायेगा. बैंकों को आर्थिक रूप से मजबूत किया जायेगा. बैंक की आॅडिट व्यवस्था को और मजबूत की जायेगी. जिन जिलों में सहकारी बैंक नहीं है वहां बैंक खोले जायेंगे.
– राणा रणधीर, सहकारिता मंत्री
सहकारी बैंकों ने 361 करोड़ का ऋण दिया
सहकारी बैंकों से ऋण का प्रवाह भी बढ़ाया जायेगा. पिछले वित्तीय वर्ष 2016-17 में 361 करोड़ से अधिक का ऋण वितरित किया गया. खरीफ में 278.59 करोड़ तथा रबी में 82.91 करोड़ ऋण दिया गया. 2015-16 में खरीफ के लिए 268.87 करोड़ और रबी के लिए 186. 75 करोड़ ऋण दिया गया. चालू वित्तीय वर्ष में 10 जुलाई तक 140.80 करोड़ ऋण वितरित किया जा चुका है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें