Advertisement
बिहार बाढ़ कोर्ट हत्याकांड: कोर्ट हाजत में तैनात पुलिस अफसर भी शक के घेरे में, तलाशा जा रहा कनेक्शन
बाढ़ कोर्ट हत्याकांड : सोनू-मोनू और तीन अज्ञात पर दर्ज हुई एफआईआर पटना/बाढ़ : बाढ़ कोर्ट परिसर में कुख्यात अपराधी गुड्डु सिंह की गोलियों से की गयी हत्या के मामले मेें पांच लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है. पुलिस ने घायल कैदी बेलछी थाने के कबीरचक गांव निवासी स्वर्गीय रामशरण महतो के पुत्र […]
बाढ़ कोर्ट हत्याकांड : सोनू-मोनू और तीन अज्ञात पर दर्ज हुई एफआईआर
पटना/बाढ़ : बाढ़ कोर्ट परिसर में कुख्यात अपराधी गुड्डु सिंह की गोलियों से की गयी हत्या के मामले मेें पांच लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है. पुलिस ने घायल कैदी बेलछी थाने के कबीरचक गांव निवासी स्वर्गीय रामशरण महतो के पुत्र बरकुन महतो के फर्द बयान के आधार पर केस दर्ज किया है.
उसने बयान दिया है कि आपराधिक षड्यंत्र के तहत जलालपुर गांव निवासी सहोदर भाई सोनू और मोनू ने अपने तीन साथियों को लेकर हमला बोला था. घटना के बाद छापेमारी के लिए टीम गठित की गयी है. पुलिस टीम ने कई जगहों पर छापेमारी की.
इस दौरान नौरंगा गांव निवासी भाशो राव, राम कुमार व विपुल कुमार को शक के आधार पर गिरफ्तार कर लिया गया है. इससे पूछताछ चल रही है. इस कांड की जांच की जिम्मेदारी बाढ़ के पुलिस निरीक्षक सह थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिन्हा को दी गयी है.
कोर्ट हाजत के पुलिस अधिकारी का मोबाइल जब्त : बाढ़ कोर्ट में हुए हमले के बाद कोर्ट के हाजत में तैनात एक पुलिस पदाधिकारी को शक के दायरे में लिया गया है. उसकी भूमिका संदिग्ध लग रही है. पुलिस के वरीय पदाधिकारियों ने जांच के दौरान संदेह के आधार पर बाढ़ कोर्ट हाजत में तैनात
नौरंगा गांव के तीन गिरफ्तार, पुलिस कर रही पूछताछ, छापेमारी जारी
कोर्ट की सुरक्षा को लेकर पहुंचा पुलिस दस्ता : बाढ़ कोर्ट में हुए हत्याकांड के बाद जिला प्रशासन जग गया है. देर शाम को जिला प्रशासन द्वारा भेजे गये पुलिस बल ने परिसर में पहुंच कर डेरा डाल दिया. हालांकि शनिवार को दिन में महज एक होमगार्ड के भरोसे सुरक्षा बंदोबस्त रहा. वहीं, बंदियों की सुरक्षा को लेकर खास चौकसी नहीं दिखी. निहत्थे चौकीदार के भरोसे बंदी को कोर्ट लाया गया. बंदियों को दुकान में सरेआम पुलिसकर्मी ने खरीदारी करायी और मोबाइल फोन से बात करायी.
आयोग को भेजेगा प्रतिवेदन हत्याकांड को लेकर जेल प्रशासन जांच प्रतिवेदन राष्ट्रीय तथा राज्य मानवाधिकार आयोग को भेजेगा. जेल प्रशासन ने अनुमंडल अस्पताल से गुड्डु सिंह की मौत के कारणों को लेकर पीएम रिर्पोट व अन्य घायल बंदियों के जख्म प्रतिवेदन की मांग की है. वहीं, बाढ़ जेल के बंदियों की सुरक्षा को पुख्ता बनाने को लेकर शनिवार को विशेष बैठक हुई. जेल अधीक्षक ने बताया कि जेल में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गयी है. सुरक्षाकर्मियों को सर्तक रहने के आदेश दिये गये हैं.
मृतक के शरीर में नहीं मिली गोली
मृतक बंदी गुड्डु सिंह के शव का पोस्टमार्टम अनुमंडल अस्पताल में चिकित्सक के बोर्ड द्वारा कराया गया. सूत्रों का कहना है कि जांच के दौरान मृतक बंदी के शरीर से कोई भी गोली नहीं मिली है. इससे यह साफ है कि दो गोलियां उसके शरीर को भेदते हुए बाहर निकल गयी थीं. सीने में लगी गोली से मौत हुई. पोस्टमार्टम रिपोर्ट सोमवार तक पुलिस को मिल जाने की संभावना है. सूत्रों की मानें तो अपराधियों ने इस वारदात में सेवन प्वाइंट सिक्स फाइव एमएम की गोली का इस्तेमाल किया था.
घटनास्थल से एफएसएल ने लिया ब्लड सैंपल
बाढ़ कोर्ट में एडीजे 2 की अदालत के बाहर हुई हत्या के बाद शुक्रवार की देर रात को फोरेंसिक जांच के लिए एफएसएल की टीम मौके पर पहुंची. टीम ने घटनास्थल से ब्लड के सैंपल लिये. साथ ही अन्य सैंपल भी लिये गये. घटनास्थल पर मौजूद खोखे को भी जांच के लिए भेजा गया है. साइबर सेल की टीम ने भी जांच-पड़ताल शुरू कर दी है.
लखीसराय बैंक लूट मामले में फरार है सोनू-मोनू : मोकामा. लखीसराय में बैंक लूट के प्रयास मामले में सोनू-मोनू पहले से ही फरार चल रहा है. वहीं, बाढ़ कोर्ट परिसर में नौरंगा-जलालपुर का कुख्यात गुड्डू की हत्या में सोनू-मोनू की संलिप्तता से पुलिस के होश उड़ गये.
दोनों अपराधी सगे भाई व नौरंगा-जलालपुर गांव के ही निवासी हैं. मरांची थानेदार ने बताया कि दोनों भाइयों के खिलाफ मोकामा जीआरपी, हथिदह, कंकड़बाग, लखीसराय आदि थाने में लूट व डकैती की एफआईआर दर्ज हैं. पिछले साल लखीसराय में बैंक लूट के प्रयास में कई अपराधी पकड़े गये थे, जबकि सोनू व मोनू फरार हो गये थे.
इधर, इस हत्या से इलाके में गैंगवार छिड़ने की आशंका है. सूत्रों की मानें, तो दोनों भाई पहले गुड्डू सिंह के साथ मिल कर संगीन वारदातों को अंजाम देते थे. पिछले वर्ष बेगूसराय के सिमरिया से फिरौती के लिए एक बच्चे के अपहरण मामले में गुड्डू पुलिस के हत्थे चढ़ गया था. इसमें सोनू-मोनू पर पुलिस की मुखबिरी करने का संदेह था, जिसको लेकर दोनों के बीच मतभेद पनप रहा था. हाल ही में गुड्डू के राजनीतिक पाला बदलने पर विवाद और ही गहरा गया.
चर्चा है कि गुड्डू जेल से छूटने वाला था. दूसरी ओर, उसके विरोधी खेमे को खतरे का एहसास हो रहा था. तब उन्होंने कोर्ट में पेशी के लिए गये गुड्डू की हत्या की साजिश रच दी. चर्चा है कि कुख्यात गुड्डू की हत्या का विरोध इलाके के कई अपराधी कर रहे हैं. वह बदले की नीयत से अप्रिय घटना को अंजाम दे सकते हैं. हालांकि, गैंगवार की आशंका को लेकर पुलिस अलर्ट है. इलाके के अपराधियों के पल–पल की गतिविधियों पर पुलिस की पैनी नजर बनी है. संदिग्ध जगहों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की जा रही है.
पुलिस पदाधिकारी का मोबाइल फोन मौके पर जब्त कर लिया. मोबाइल नंबर का सीडीआर निकाला जा रहा है. पुलिस पदाधिकारी हाजत में तैनात पुलिस का अपराधियों से
कनेक्शन तलाश रहे हैं. वहीं दूसरी
तरफ इस हत्याकांड में पूछताछ के लिए जांच टीम द्वारा बुलाये गये बाढ़ कोर्ट हाजत में तैनात एक पुलिस कर्मी नहीं पहुंचा. वह फरार बताया जा रहा है. हालांकि, इसकी पुष्टि अधिकारी नहीं कर रहे हैं.
विसर्जन यात्रा पर सियासत तेज
सृजन घोटाले को लेकर राजद रविवार से भागलपुर के सबौर से विसर्जन यात्रा की शुरुआत करेगा. इसके तहत लालू अपने दोनों बेटों तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव के साथ शनिवार देर रात भागलपुर पहुंचे. इधर, इस यात्रा को लेकर विरोधियों ने तंज कसा है. जदयू ने कहा कि लालू प्रसाद जनता के सामने यह कबूल करें कि सृजन घोटाले की शुरुआत राबड़ी देवी के मुख्यमंत्री रहते हुई थी.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement