पटना: सृजन घोटाला मामले में कड़ा रुख अख्तियार करते हुए डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि इसमें शामिल किसी भी स्तर के लोग किसी सूरत में नहीं बचेंगे. चाहे वे मेरी पार्टी के ही लोग क्यों न हो. सभी आरोपियों पर चुन-चुन कर सख्त कार्रवाई की जायेगी. वह गुरुवार को विधान परिषद […]
पटना: सृजन घोटाला मामले में कड़ा रुख अख्तियार करते हुए डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि इसमें शामिल किसी भी स्तर के लोग किसी सूरत में नहीं बचेंगे. चाहे वे मेरी पार्टी के ही लोग क्यों न हो. सभी आरोपियों पर चुन-चुन कर सख्त कार्रवाई की जायेगी. वह गुरुवार को विधान परिषद परिसर में पत्रकारों से बात कर रहे थे. उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच को सीबीआइ ने टेक-ओवर कर लिया है. केंद्र सरकार ने इस मामले में अपनी सहमति भी प्रदान कर दी है.
एक से दो दिन में इससे संबंधित सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली जायेगी. उन्होंने कहा कि यह कानून का राज वाली सरकार है. लालू प्रसाद बेबुनियाद आरोप लगाते रहते हैं कि सरकार इस घोटाला में शामिल लोगों को बचाना चाहती है. उन्होंने लालू प्रसाद को सोच-समझ कर किसी तरह का आरोप लगाने की सलाह देते हुए कहा कि इस मामले में लालू और कांग्रेस पूरी तरह से बेनकाब हो चुके हैं.
उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद इस मामले में लगातार सीबीआइ जांच की मांग करते रहते थे, अब उनके कहने पर जब मामला सीबीआइ को सौंप दिया गया है. तब भी वह बेवजह की बात कहते रहते हैं. डिप्टी सीएम ने कहा कि पिछड़े वर्ग के केंद्रीय आयोग को राष्ट्रीय एससी-एसटी आयोग की तर्ज पर संवैधानिक दर्जा देने की पहल करना साहसिक कदम है. इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देते हैं. इससे पिछड़े और अति-पिछड़े वर्ग के लोगों को रोजगार और संवैधानिक हक दिलाने में खासा मदद मिलेगी.
यह पहल राज्य सरकार के कर्पूरी फॉर्मूले के तर्ज पर आरक्षण देने की पहल है, जिसे मंडल-2 कह सकते हैं. आयोग को यह अधिकार होगा कि किसी पिछड़े वर्ग के व्यक्ति पर अत्याचार होने पर किसी को सीधे समन जारी करके बुला सकता है और मामले की सुनवाई की जा सकती है.
उन्होंने कहा कि फिलहाल यह मामला कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों के कारण राजसभा में अटका हुआ है. सुशील कुमार मोदी ने विपक्षी दलों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि बाढ़ प्रभावित इलाके में अभी तक कोई विपक्षी दल झांकने तक नहीं गया. यहीं से बैठे-बैठे बाढ़ राहत कार्य पर सिर्फ सवाल खड़े करते रहते हैं. लालू प्रसाद रैली करने में व्यस्त हैं. अगर उन्हें बाढ़ पीड़ितों की इतनी ही चिंता है, तो क्यों नहीं वे रैली रद्द करके बाढ़ग्रस्त इलाकों का भ्रमण करते हैं और सरकार को उनकी कमियों के बारे में बताते हैं.
उन्होंने कहा कि सीएम लगातार सड़क मार्ग से यात्रा करके बाढ़ प्रभावित इलाकों में बचाव कार्य का जायजा ले रहे हैं. पीएम अपनी तमाम व्यस्तता को छोड़ कर दौरा कर रहे हैं. परंतु लालू प्रसाद रैली करने में व्यस्त हैं. इन्हें जनता की कोई चिंता नहीं है. विधान मंडल में सिर्फ हंगामा करना इनका मकसद है. इस मुद्दे पर सरकार बहस करने के लिए तैयार है. फिर भी ये बहस से भाग रहे हैं. बाढ़ राहत में कोसी त्रासदी से बेहतर व्यवस्था की गयी है.