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एक माह का कैलेंडर बना कर होगी पढ़ाई
हर तीन महीने में होगा मू्ल्यांकन, सरकार को भेजी जायेगी रिपोर्ट पटना. राज्य के हाइ व प्लस टू स्कूलों में अब एक-एक महीने का कैलेंडर बनेगा और इसी आधार पर बच्चों की पढ़ाई होगी. तीन महीने का सिलेबस पूरा होने के बाद बच्चों का मूल्यांकन होगा. इसके बाद मूल्यांकन की रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजनी […]
हर तीन महीने में होगा मू्ल्यांकन, सरकार को भेजी जायेगी रिपोर्ट
पटना. राज्य के हाइ व प्लस टू स्कूलों में अब एक-एक महीने का कैलेंडर बनेगा और इसी आधार पर बच्चों की पढ़ाई होगी. तीन महीने का सिलेबस पूरा होने के बाद बच्चों का मूल्यांकन होगा. इसके बाद मूल्यांकन की रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजनी होगी. इसमें जिस विषय में बच्चे कमजोर होंगे, उस विषय में विशेष जोर दिया जायेगा.
मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह के निर्देश के बाद माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने सभी जिलों के डीइओ को इसके लिए निर्देश दिया है. इस साल मैट्रिक व इंटरमीडिएट परीक्षा में आयी गिरावट के बाद सरकार ने यह निर्देश दिये हैं. स्कूलों में पूरे सिलेबस को हर महीने के हिसाब से बांटा जायेगा और उसी अनुसार पढ़ाई होगी. स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को भी यह मालूम रहेगा कि शिक्षक क्या पढ़ा रहे हैं?
अौर निर्धारित समय में सिलेबस पूरा होने के बाद उसका रिविजन भी हो सकेगा. स्कूल में किसी विषय के शिक्षक अगर स्कूल में नहीं रहेंगे तो उनकी जगह दूसरे शिक्षक उसे पढ़ायेंगे. माध्यमिक शिक्षा निदेशक राजीव प्रसाद सिंह रंजन ने बताया कि हर महीने सिलेबस तैयार कर पढ़ाने और तीन महीने में बच्चों के मूल्यांकन कराने से बच्चों के विकास का क्या स्तर है उसका पता चल सकेगा. अगर बच्चे में जितनी प्रगति होनी चाहिए, उतनी नहीं होगी तो संबंधित विषय के शिक्षक, छात्रा और उसके अभिभावक की बैठक होगी. इसमें बच्चे की कमियों को दूर कर उसके विकास पर चर्चा होगी.
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