पटना : पिछले दिनों हुई भारी बारिश की वजह से सूबे का उत्तर-पूर्वी हिस्सा बाढ़ से प्रभावित हो गया है. पूर्व मध्य रेल के समस्तीपुर रेलमंडल के चार रेलखंड बाढ़ की चपेट में हैं. इसके साथ ही सीतामढ़ी-रक्सौल रेलखंड पर स्थिति ढेंग-बैरगनिया के बीच एक पुल का दो गटर व एक पिलर ढह गया है. […]
पटना : पिछले दिनों हुई भारी बारिश की वजह से सूबे का उत्तर-पूर्वी हिस्सा बाढ़ से प्रभावित हो गया है. पूर्व मध्य रेल के समस्तीपुर रेलमंडल के चार रेलखंड बाढ़ की चपेट में हैं. इसके साथ ही सीतामढ़ी-रक्सौल रेलखंड पर स्थिति ढेंग-बैरगनिया के बीच एक पुल का दो गटर व एक पिलर ढह गया है.
वहीं, पूर्वोत्तर सीमांत रेल के कटिहार रेलमंडल में किशनगंज-हटवार रेलखंड के ऊपर से बाढ़ के पानी का बहाव हो रहा है. इससे रेलवे को अब तक एक करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है. इस नुकसान की भरपाई करने में रेलवे को कम-से-कम छह माह लगेगा, जिसका असर रेलवे के दूसरे विकास कार्यों पर पड़ेगा.
समस्तीपुर रेलमंडल के चार रेलखंडों के रेलवे लाइन के ऊपर से बाढ़ के पानी का बहाव हो रहा है, जिससे करीब आठ-दस किलोमीटर तक रेलवे ट्रैक प्रभावित हो गया है. इसके साथ ही सुगौली, नरकटियागंज, कमतौल, कटिहार, जोगबनी आदि रेलवे स्टेशनों पर बाढ़ का पानी है. रेलवे अधिकारियों की मानें, तो जल स्तर में कमी नहीं आयी है, लेकिन एक करोड़ से अधिक के नुकसान की आशंका है.
बाढ़ का पानी खत्म होने के बाद मुख्यालय की टीम प्रभावित इलाकों में सर्वे करके रिपोर्ट सौंपेगी. टीम की रिपोर्ट आने पर नुकसान की राशि और भी बढ़ सकती है. इसके साथ ही पिछले पांच दिनों से लगातार पूमरे व पूमरे से गुजरने वाली 37-38 ट्रेनें रद्द की जा रही हैं और आगे भी चार-पांच दिनों तक ट्रेनें रद्द रहने की आशंका है. रेलवे ट्रैक के ऊपर से पानी का बहाव हो रहा है, जिससे पूर्व मध्य रेल के कई रेलखंडों पर ट्रेन परिचालन बाधित है.
बाढ़ का पानी खत्म होने के बाद रेलवे प्रशासन की प्राथमिकता होगी कि जल्दी-से-जल्दी ट्रेनों का परिचालन सुनिश्चित कराएं. रेलवे प्रशासन इन रेलखंडों पर कॉशन लगा कर ट्रेनों का सुरक्षित परिचालन करायेगा. कॉशन हटाने में भी रेलवे को छह से आठ माह लग जायेंगे.
क्या कहते हैं रेलवे अधिकारी
पूर्व मध्य रेल के सीपीआरओ राजेश कुमार ने बताया कि बाढ़ से सबसे अधिक समस्तीपुर रेलमंडल प्रभावित है. इस रेलमंडल के सुगौली व नरकटियागंज स्टेशन व यार्ड में पानी घुस गया है. वहीं, सीतामढ़ी-रक्सौल रेलखंड पर एक पुल क्षतिग्रस्त हो गया है. वहीं, कटिहार रेलमंडल में भी कई रेलवे स्टेशनों के साथ-साथ रेलवे लाइन प्रभावित हो गयी है. इससे रेलवे को काफी नुकसान हुआ है, जिसका आकलन जलस्तर घटने के बाद किया जायेगा.