पटना : बिहार में वज्रपात से लगातार मौत के मद्देनजर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज अधिकारियों को आंध्र प्रदेश में इस्तेमाल हो रही वज्रपात का पता लगाने वाली तकनीक लगाने का निर्देश दिया. यह तकनीक आधे घंटे पहले ही इलाके में गरज और वज्रपात का अनुमान व्यक्त करती है.नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री राहत कोष से तकनीक लगाने का खर्चा वहन करने का वादा किया.
गौर हो कि बिहार के विभिन्न हिस्से में वज्रपात से इस महीने ही 32 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. आपदा प्रबंधन पर एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इलाके में गरज और वज्रपात के बारे में पहले से ही लोगों को चौकस कर नुकसान कम करने में मदद मिलेगी. नीतीश कुमार ने कहा, बिहार में पांच-छह करोड़ लोगों के पास मोबाइल फोन है. इस तकनीक की मदद से जिलाधिकारी, अधिकारियों और नागरिकों को आपदा से कम से कम नुकसान को लेकर चौकस किया जा सकता है.