पटना. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा है कि वे राज्य की आवाम को बताएं की वह कब उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव को कैबिनेट से बरखास्त करेंगे. उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद को बिहार की जनता को बताना चाहिए की इतनी […]
पटना. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा है कि वे राज्य की आवाम को बताएं की वह कब उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव को कैबिनेट से बरखास्त करेंगे. उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद को बिहार की जनता को बताना चाहिए की इतनी ज्यादा अवैध संपत्ति कहां से अर्जित की. भारतीय लोकतंत्र में आस्था रखने वाले सभी भारतीय नागरिकों को संविधान और कानून पर भरोसा होना चाहिए. अवैध और गैरकानूनी तरीके से संपत्ति अर्जित करने वाले सभी लोगो पर कार्रवाई होनी ही चाहिए चाहे वे किसी भी हैसियत में और किसी भी ओहदे पर हों.
राय ने कहा कि जिस किसी को अपने ईमानदारी पर भरोसा होगा वो कानूनी कार्रवाई का स्वागत करेगा. कानून पर सवाल खड़ा करने वाला व्यक्ति खुद ही सवालों के कटघरे में खड़ा हो जाता है. कानून अपना काम कर रही है और अवैध संपत्ति रखने वाले लालू परिवार सहित सभी लोगों पर कार्रवाई जरूर होनी चाहिए. शासन, प्रशासन में पारदर्शिता और ईमानदारी स्थापित करने के किसी भी कोशिश को राजनीतिक रंग देना निंदनीय है.
अनर्गल राजनीतिक बयानबाजी छोड़कर लालू प्रसाद बिहार की जनता को सच बताएं. राय ने कहा कि महागठबंधन की सरकार में शामिल सहयोगी दल के नेता पर ही अवैध या गैरकानूनी तरीके से अकूत संपत्ति अर्जित करने का आरोप हो तो फिर गठबंधन अनैतिक या अपवित्र ही कहा जायेगा.
वही हुआ जिसका था अंदेशा : नंदकिशोर
विधानसभा की लोक लेखा समिति के सभापति और वरिष्ठ भाजपा नेता नंदकिशोर यादव ने कहा है कि भाजपा को जो अंदेशा था राजद की बैठक में वही हुआ. यह कल्पना से भी परे है कि राजद प्रमुख लालू प्रसाद की मौजूदगी में हुई बैठक में उनके या उनके परिवार के किसी सदस्य के खिलाफ किसी विधायक के मुख से कुछ निकले. यादव ने कहा कि लालू प्रसाद के बाद अब उनके बच्चों पर भी राजनीतिक संकट के काले बादल मंडरा रहे हैं. इसके लिए दोषी माता-पिता ही हैं. जिन्होंने अपने कालेधन को सफेद करने के लिए नाबालिग बाल-बच्चों के नाम अकूत चल-अचल संपत्ति अर्जित कर ली. अब जब आयकर और प्रवर्तन निदेशालय ने जांच की कार्रवाई आरंभ की तो आर्थिक अपराध के नये-नये मामले जनता के सामने आने लगे.